भारतीय इंजीनियरी सेवा के अधिकारियों (2013व 2014 बैच) तथा अधिकारी प्रशिक्षार्थियों (2015बैच) के एक समूह ने आज (01जून, 2016)राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि इंजीनियर प्रमुख ढांचागत क्षेत्रों में कार्यरत हैं। आज भारत में तकनीकी रूप से योग्य इंजीनियरों का एक विशाल समूह है। स्वतंत्रता के बाद हमने जो उपलब्धियां अर्जित की हैं उनपर हम गर्व कर सकते हैं। स्वतंत्रता के समय मात्र एक मिलियन टन स्टील उत्पादन की तुलना में अब हम हर वर्ष 90मिलियन टन से ज्यादा का उत्पादन करते हैं। 1947में प्रति वर्ष 01 लाख से भी कम के मुकाबले में हम अब4.5 मिलियन ऑटोमोबाइल के साथ छठे सबसे बड़े उत्पादक हैं।644 मिलियन टन के साथ हम विश्व के तीसरे सबसे बड़े कोयला उत्पादक हैं। सीमेंट उत्पादन में270 मिलियन टन के वार्षिक उत्पादन के साथ हम केवल चीन से ही पीछे हैं। भारत में जनसंख्या के बड़े हिस्से में462मिलियन इंटरनेट प्रयोक्ता हैं। एक बिलियन मोबाइल फोन के साथ सूचना और संचार प्रौद्योगिकी क्षेत्र हमारे देश के विकास और परिवर्तन के अगले चरण के लिए एक प्रमुख मंच बनने जा रहा है। भारत का4.7 मिलियन किलोमीटर की सड़क लंबाई के साथ दुनिया का दूसरा सबसे विशाल सड़क नेटवर्क है। हमारा सड़क नेटवर्क देश का60 प्रतिशत सामान और 85प्रतिशत यात्रियों को लाता और ले जाता है। हमारी सड़क और सेतु ढांचागत परिसंपत्ति का मूल्य जो2009 में 6.9बिलियन अमरीकी डॉलर था (वर्तमान विनिमय दर पर लगभग 46,000करोड़ रुपये) के अगले वर्ष19.2बिलियन अमरीकी डॉलर (अनुमानित1.3 लाख करोड़ रुपये) होने की उम्मीद है। यद्यपि हमारे देश की विकास आवश्यकताओं तथा इसकी विशाल आबादी को ध्यान में रखते हुए हमें निरंतर अग्रसर रहना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि इंजीनियरी सेवा अधिकारियों को समाज की सेवा करने का अवसर प्रदान करेगी तथा उन्हें अल्पायु में शानदार अवसर सौंपे जाएंगे। उन्हें समाज को वापस लाभ पहुंचाने होंगे क्योंकि समाज ने उनमें निवेश किया है। इसके अतिरिक्त उन्हें सही निर्णय पर पहुंचने के लिए,सबसे निर्धन का कल्याण सोचने का महात्मा गांधी का मंत्र याद रखना चाहिए। यदि वे अपनी नौकरी को एक मिशन समझेंगे तो उन्हें अधिकतम कार्य संतुष्टि प्राप्त होगी।
भारतीय इंजीनियरी सेवा के 2013और2014 बैच के अधिकारियों की वर्तमान में सहायक कार्यकारी इंजीनियर के तौर पर सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय में नियुक्ति की गई है जबकि2015 बैच के अधिकारी प्रशिक्षणार्थी केंद्रीय लोक निर्माण विभाग प्रशिक्षण संस्थान,गाजियाबाद में 35 सप्ताह का आधार प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं।
यह विज्ञप्ति1420 बजे जारी की गई।