भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी 4 से 6 नवम्बर, 2015 तक राष्ट्रपति भवन में उच्च शिक्षण-संस्थानों, जिनके वह कुलाध्यक्ष हैं, के कुलपतियों/निदेशकों/महानिदेशक का एक सम्मेलन आयोजित करेंगे। राष्ट्रपति मुखर्जी द्वारा उच्च शिक्षा संस्थानों के सभी अध्यक्षों को एक मंच पर लाने के लिए पहली बार ऐसा सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है। इससे पूर्व केन्द्रीय विश्वविद्यालयों के कुलपतियों, राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थानों, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थानों,भारतीय विज्ञान शिक्षा और अनुसंधान संस्थानों, भारतीय विज्ञान संस्थान के निदेशक के अलग सम्मेलन आयोजित किए गए।
कुलाध्यक्ष सम्मेलन की कार्यसूची में (क) विश्व के शीर्षस्थ संस्थानों के समकक्ष लाने के लिए संस्थानों की उच्च शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारना (ख) संकाय का क्षमता विकास (ग) सतत और समावेशी विकास के लिए समुदाय और समाज के साथ उच्च शिक्षा संस्थानों का संयोजन (घ) उच्च शिक्षा के माध्यम से लैंगिक समानता और सांस्कृतिक समावेशन को प्रोत्साहन शामिल हैं।
प्रधान मंत्री, केन्द्रीय नौवहन, रसायन और उर्वरक तथा मानव संसाधन विकास मंत्री, मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री, नोबेल शांति पुरस्कार विजेता श्री कैलाश सत्यार्थी, प्रो. सी.एन.आर. राव तथा प्रो. एम.एस. स्वामीनाथन सम्मेलन में भाग लेंगे।
यह विज्ञप्ति 1715 बजे जारी की गई।