ऑस्ट्रेलिया के गवर्नर जनरल,जनरल सर पीटर कॉसग्रोव ने आज (02 दिसम्बर 2014)राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
राष्ट्रपति ने सर पीटर कॉसग्रोव के 1994में 34वें राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज पाठ्यक्रम में भाग लेने के 20वे वर्ष में यहां आने पर उनका स्वागत किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि यह भारत और आस्ट्रेलिया के लिए एक सुअवसर है। कई दशकों बाद ऑस्ट्रेलिया और भारतीय प्रधानमंत्रियों ने एक महीने के अंदर एक दूसरे के देश की पारस्परिक यात्राएं की हैं। इस दौरान प्रमुख क्षेत्रों में सहयोग के करारों/समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर हुए हैं। दोनों देशों के बीच इससे बेहतर संबंध कभी नहीं रहे। भारत और ऑस्ट्रेलिया दोनों ही देश मजबूत, जीवंत, पंथनिरपेक्ष तथा बहु-सांस्कृतिक लोकतंत्र हैं जहां मुक्त प्रेस, स्वतंत्र न्याय प्रणाली है तथा अंग्रेजी और क्रिकेट इनके बीच की साझी कड़ियां हैं। ऑस्ट्रेलिया में भारतीय समुदाय में बढ़ोतरी हो रही है। भारत बहुपक्षीय एवं क्षेत्रीय मंचों पर ऑस्टे्रलिया के सहयोग के लिए आभारी है। वह विस्तारित संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के लिए ऑस्ट्रेलिया के समर्थन की सराहना करता है।
जनरल सर पीटर कॉसग्रोव ने कहा कि उन्हें फिर से भारत आने पर खुशी हो रही है तथा वह गवर्नर जनरल बनने का श्रेय भारत को देते हैं। उन्होंने राष्ट्रीय रक्षा कॉलेज में जो कौशल और नजरिया प्राप्त किया उससे उन्हें बाद में पूर्वी तीमोर में तथा ऑस्ट्रेलिया के सैन्य प्रमुख के रूप में कार्य करने के सक्षम बनाया और जिसके बाद उन्हें गवर्नर जनरल का पद मिला। उन्होंने कहा कि संबंधों को गति मिली है तथा उन्हें उम्मीद है कि उनके गर्वनर जनरल के पद पर रहने की अवधि के दौरान दोनों देशों के बीच रिश्ते और भी विकसित होंगे।
यह विज्ञप्ति1530 बजे जारी की गई।