भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत और लबासना में 118वें आरंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे राज्य सिविल सेवा अधिकारियों के एक समूह ने आज (03सितंबर, 2016) राष्ट्रपति भवन में प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि सिविल सेवाओं का प्रमुख उद्देश्य जनता का कल्याण करना है। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि सिविल सेवकों के रूप में उनको यह याद रखना चाहिए कि वे जनता के सेवक हैं। और उनके अरब से भी अधिक भारत के लोगों की सेवा की जिम्मेदारी निभानी है। जबकि जनादेश के आधार पर राजनीतिक साम्राज्य मेें परिवर्तन आ सकता है,परंतु सिविल सेवा का ढांचा स्थायी है। यह शासन की प्रक्रिया की निरंतरता को सुनिश्चित करता है। राष्ट्रपति ने आधुनिक भारत बनाने में सिविल सेवकों द्वारा निभाए गए कार्य पर भी महत्वपूर्ण बल दिया।
आरंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का उद्देश्य अधिकारियों को लोक प्रशासन,आर्थिक, प्रबंधन,ई-गवर्नेंस और सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी सामग्री प्रदान करना है। आरंभिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का समग्र उद्देश्य उन अधिकारियों को एक अखिल भारतीय दृष्टिकोण प्रदान करना है जिनके पास उनके संबंधित राज्यों का पर्याप्त क्षेत्र अनुभव है।
यह विज्ञप्ति1500बजे जारी की गई।