भारतीय प्रशासनिक सेवा में पदोन्नत तथा लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में 113वें प्रवेश कालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रशिक्षणरत्, 34 राज्य सिविल सेवाओं के अधिकारियों ने आज (4 अप्रैल, 2013) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि सार्वजनिक जीवन में सरकार की भूमिका सदैव सर्वोपरि रहेगी। उन्होंने आगे कहा कि, इसलिए अपने समाज के लिए हम जिस विकास की परिकल्पना करते हैं, वह प्रशासन की गुणवत्ता पर निर्भर करेगा। उन्होंने कहा कि उनका यह विश्वास है कि इससे पहले राज्य सिविल सेवाओं में कार्य कर चुके अनुभवी अधिकारी होने के नाते उन्हें देश की वास्तविकताओं और उसकी जनता के बारे में अच्छी समझ है। उन्होंने हर एक को सम्मान, समर्पण तथा स्वाभिमान के साथ अपना दायित्व पूर्ण करने के लिए शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण के दौरान अपने फील्ड अनुभवों और विचारों का आदान-प्रदान करके इन अधिकारियों को बहुत फायदा होगा।
प्रवेशकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम का लक्ष्य इन अधिकारियों को लोक प्रशासन, विधि, अर्थशास्त्र, प्रबंधन तथा सूचना प्रौद्योगिकी का ज्ञान प्रदान करना है। प्रवेशकालीन प्रशिक्षण पाठ्यक्रम का समग्र उद्देश्य, उन अधिकारियों को अखिल भारतीय नजरिया प्रदान करना है जिन्हें अपने राज्यों में काफी फील्ड अनुभव प्राप्त है।
यह विज्ञप्ति 1900 बजे जारी की गई