बांग्लादेश के एक युवा शिष्टमंडल ने आज (5 दिसम्बर, 2016) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने बांग्लादेश के युवा शिष्टमंडल का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश का ब्रिटिश साम्राज्यवाद के विरुद्ध साझा इतिहास, संस्कृति और संघर्ष है। उन्होंने इस पहल के लिए युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार, विदेश मंत्रालय तथा ढाका में भारतीय उच्चायोग को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आदान-प्रदान से दोनों देश की जनता एक दूसरे को गहराई से जान सकेंगी और अपने विचारों, मान्यताओं और आस्थाओं को साझा कर सकेंगी। उन्होंने कहा कि उन्होंने अनेक बार बांग्लादेश की यात्राएं की हैं। भारत का राष्ट्रपति बनने के बाद बांग्लादेश पहला देश था जिसकी उन्होंने यात्रा की थी और उन्हें 2013 में हुई इस यात्रा की मधुर स्मृतियां हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि इस आदान-प्रदान कार्यक्रम के परिणामस्वरूप प्रेम, अपनत्व और परस्पर समझ की भावना से दोनों देशों के बीच एक मजबूत सेतु का निर्माण होगा। उन्होंने कहा कि दोनों देशों की जनता को आगे बढ़ना चाहिए और मिलकर कार्य करना चाहिए।
ढाका में भारत का उच्चायोग, युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा बांग्लादेश सरकार के साथ मिलकर 2012 से प्रत्येक वर्ष बांग्लादेशी युवा शिष्टमंडल की भारत यात्रा का आयोजन करता है। आदान-प्रदान कार्यक्रम में स्थानीय युवाओं के साथ बातचीत, पर्यटन और सांस्कृतिक स्थलों की यात्राएं तथा आर्थिक और सामाजिक कार्यकलापों की जानकारी शामिल है।
इस अवसर पर, उपस्थित विशिष्टजनों में श्री विजय गोयल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) युवा मामले और खेल मंत्रालय शामिल थे।
यह विज्ञप्ति 1945 बजे जारी की गई