भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (06 अक्तूबर, 2015) राष्ट्रपति भवन में बांग्लादेश के एक युवा शिष्टमंडल से भेंट की।
शिष्टमंडल के सदस्यों को संबोधित करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि उन्हें बांग्लादेश के उदीयमान और महत्वाकांक्षी व्यक्तियों का स्वागत करके प्रसन्नता हुई है जो अपने देश का विकास करने तथा उसे राष्ट्रों की पंक्ति में समुचित स्थान दिलवाने की उम्मीद कर रहे हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि वह इस बात की सराहना करते हैं कि युवाओं के पास ऐसी संकल्पना और स्वप्न है जिन्हें वे अपने देश के लिए पूरी करने की आकांक्षा करते हैं। इस प्रेरक शक्ति से उन्हें सफलता प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा कि भारत और बांग्लादेश दोनों भारतीय उपमहाद्वीप का हिस्सा हैं। दोनों देशों का एक साझा इतिहास, सांस्कृतिक और भाषायी संबंध है। उन्होंने कहा कि भारत के राष्ट्रपति के रूप में, उनकी पहली विदेश यात्रा 2013में बांग्लादेश की थी। उन्होंने सदैव बांग्लादेश के साथ अपने गहन संबंध को सहेजकर रखा है।
ढाका में भारत का उच्च आयोग, युवा मामले और खेल मंत्रालय तथा बांग्लादेश की सरकार के साथ मिलकर 2012 से प्रत्येक वर्ष बांग्लादेशी युवा शिष्टमंडल की भारत यात्रा का आयोजन करता है। आदान-प्रदान कार्यक्रम में स्थानीय युवाओं के साथ बातचीत, पर्यटक और सांस्कृतिक स्थलों की यात्राएं तथा आर्थिक और सामाजिक कार्यक्रमों की जानकारी शामिल है।
यह विज्ञप्ति 1920 बजे जारी की गई।