भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने सशस्त्र झंडा दिवस की पूर्व संध्या पर निम्नवत् संदेश दिया है।
अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा है, ‘‘मुझे यह जानकर प्रसन्नता हुई है कि 7 दिसंबर, 2015 को सशस्त्र सेना झण्डा दिवस मनाया जा रहा है।
यह दिन हमें मातृभूमि के प्रति सशस्त्र सेनाओं के योगदान के लिए हमारे दायित्व का बोध करवाता है। हमारी सशस्त्र सेनाएं युद्ध और शांति दोनों के दौरान अत्यंत उत्कृष्टता के साथ राष्ट्र की सेवा कर रही हैं। उन्होंने सौंपे गए प्रत्येक कार्य में निरंतर सर्वोच्च कार्यकौशल और उत्कृष्टता मानदंडों का प्रदर्शन किया है। हमारी सशस्त्र सेनाओं ने हमारी क्षेत्रीय अखंडता की सुरक्षा सुनिश्चित की है, आतंकवाद की समस्या का मुकाबला किया है तथा प्राकृतिक आपदाओं के समय देशवासियों को सहायता प्रदान की है।
इस अवसर पर, मैं उन पराक्रमी सैनिकों के प्रति सम्मान प्रकट करता हूं जिन्होंने कर्तव्य निर्वहन में अपना जीवन न्योछावर कर दिया और वे राष्ट्र का गौरव बने रहेंगे। मैं शहीदों की विधवाओं, निशक्त रक्षा कर्मियों, पूर्व सैनिकों और उनके परिजनों के पुनर्वास के नेक कार्य में स्वैच्छिक योगदान करने के लिए सभी नागरिकों का आह्वान करता हूं। मैं झण्डा दिवस समारोह की सफलता के लिए शुभकामनाएं देता हूं।’’
यह विज्ञप्ति 1450 बजे जारी की गई।