भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च को मनाया जा रहा है) की पूर्व संध्या पर जारी एक संदेश में कहा है :-
‘‘अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर, मैं भारत की महिलाओं को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं।
गुरुदेव रवींद्रनाथ टैगोर ने लिखा था, ‘‘महिला किसी भी राष्ट्र के भाग्य की निर्माता और पोषक होती है। वह मनुष्य की प्रगति के पथ पर आगे बढ़ने के लिए सर्वोच्च प्रेरणा होती है।’’ महिलाओं ने हमारे राष्ट्र के भविष्य के निर्माण में असाधारण भूमिका निभाई है। मैं उन सभी महिलाओं को नमन करता हूं जिन्होंने इस राष्ट्र को अपने श्रम और प्रेम की अमूल्य भेंट दी है।
अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का यह समारोह हमारे लिए एक बार फिर से महिलाओं की सुरक्षा और कल्याण के लिए नए सिरे से खुद को समर्पित करने का अवसर है। महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाए गए बहुत से कानूनों के बावजूद बहुत कुछ किया जाना अभी बाकी है। केवल कानून से ही हमारी महिलाओं का उत्थान नहीं हो सकता। जरूरत है कि हमारे मानसिक तथा नैतिक नजरियों तथा सामाजिक आचरण में भी बुनियादी बदलाव आए।
आइए, इस अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर हम भारत में महिलाओं के जीवन और उनके लिए अवसरों में सुधार लाने के लक्ष्य की दिशा में प्रयास करें। आइए, हम यह सुनिश्चित करें कि महिलाओं को हर समय मान और सम्मान दिया जाए’’।
यह विज्ञप्ति 1100 बजे जारी की गई।