भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कहा कि रूसी सैनिकों और नागरिकों की भूमिका ने द्वितीय विश्वयुद्ध की दिशा, इसके परिणाम और विश्व के भविष्य को बदल दिया। वह 7 से 11 मई, 2015 की रूस की अपनी यात्रा की पूर्व संध्या पर इतार तास न्यूज एजेंसी के लिखित प्रश्नों का उत्तर दे रहे थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि द्वितीय विश्वयुद्ध की 70वीं वर्षगांठ के स्मरणोत्सव, जो नाजीवाद और फासीवाद पर विजय में रूस के अत्यंत स्मरणीय योगदान की पहचान है, का हिस्सा बनना एक सम्मान की बात होगी। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि पहली बार कोई भारतीय सैन्य टुकड़ी विजय दिवस परेड का हिस्सा बनेगी। यह स्मरणोत्सव यह याद दिलाता है कि हमें शांति के लिए, मानवता के साझे हित के लिए और युद्ध का सबक कभी न भूलने के लिए सभी देशों द्वारा सक्रिय प्रयास किए जाने की जरूरत है।
यह विज्ञप्ति 1230 बजे जारी की गई।