भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (7 अगस्त, 2014) राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में स्व. श्री डी.पी. यादव द्वारा लिखित पुस्तक ‘मुंगेर थ्रू द ऐजेस’की प्रथम प्रति प्राप्त की। राष्ट्रपति ने यह पुस्तक भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के अध्यक्ष, डॉ. कर्ण सिंह, जिन्होंने इस पुस्तक का औपचारिक लोकार्पण किया था, से प्राप्त की।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि उनका श्री डी.पी. यादव से साथ लंबा साथ रहा था। वह 1971 में पहली बार संसद के लिए निर्वाचित हुए थे। इसके बाद, तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रीमती इंदिरा गांधी ने उन्हें उस समय शिक्षा मंत्रालय में उपमंत्री का कार्यभार सौंपा। वह एक सक्रिय सांसद थे और उन्होंने पंचायती राज अधिनियम के निर्माण तथा मंडल आयोग की रिपोर्ट तैयार करने में प्रमुख भूमिका निभाई।
राष्ट्रपति ने स्मरण किया कि योजना आयोग के उपाध्यक्ष के रूप में, उन्होंने श्री यादव बिहार के किसानों के लिए आयोजित संगोष्ठियों में शिरकत की थी। उन्होंने कहा कि श्री यादव द्वारा ग्रामीण विकास, कृषि वानिकी परियोजनाओं तथा परती भूमि विकास पर बहुत अधिक ध्यान दिया करते थे।
राष्ट्रपति ने कहा कि ‘मुंगेर थ्रू द ऐजेस’ के प्रकाशन में, स्व. श्री डी.पी. यादव ने न केवल मुंगेर जिले के समृद्ध इतिहास और विरासत बल्कि इसकी भौगोलिक और जनसांख्यिकीय विशेषताओं,स्वतंत्र भारत के शुरुआती दिनों में इसके प्रशासन तथा इसके सामने आधुनिक दौर की चुनौतियों के अनेक पहलुओं का भी उल्लेख किया है। इस अवसर पर,राष्ट्रपति ने स्व. श्री डी.पी. यादव, जिन्हें उन्होंने हमारी मातृभूमि का सच्चा सपूत बताया, के प्रति गहरा सम्मान और श्रद्धांजलि अर्पित की।
यह विज्ञप्ति 1800 बजे जारी की गई।