भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी ने आज(9सितंबर2013)भुवनेश्वर में भारतीय विद्या भवन के संचार एवं प्रबंधन संस्थान के वार्षिक दीक्षांत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर बोलते हुए,राष्ट्रपति ने कहा कि भारत के पास मौजूदा कठिनाइयों से कारगर ढंग से निपटने के लिए अपेक्षित संसाधन,कौशल तथा नीतियाँ मौजूद हैं। आज की वैश्वीकृत दुनिया में,बढ़ती आर्थिक जटिलताओं के चलते,हमें आंतरिक और बाह्य दोनों तरह की कठिनाइयों का सामना बेहतर ढंग से करना सीखना होगा। पिछले दिनों रूपये का अवमूल्यन,जो पिछले एक वर्ष के दौरान 18 प्रतिशत से भी अधिक रहा;खाद्य सामग्री की मंहगाई; विनिर्माण गतिविधियों में कमी,चिंता के कारण हैं। हालांकि पिछले दिनों विकास की गति धीमी हुई है परंतु हमारी अर्थव्यवस्था के बुनियादी तत्व मजबूत हैं। वित्तीय घाटे को कम करने और औद्योगिक निवेश को बढ़ाने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत का आर्थिक विकास पिछले वर्षों की ऊंचाइयों पर वापिस पहुंचेगा।
राष्ट्रपति ने इस अवसर पर, रामकृष्ण ज्ञान केंद्र (भवन पुस्तकालय)को भी भुवनेश्वर की जनता को समर्पित किया।
यह विज्ञप्ति 1825 बजे जारी की गई।