भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (7 अक्तूबर, 2014) राष्ट्रपति भवन में डॉ. अपातुकथा शिवताणु पिल्लै को इस वर्ष का लोक प्रशासन, शिक्षा और प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए वर्ष 2014 का लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा, लोक प्रशासन,शिक्षा और प्रबंधन में उत्कृष्टता के लिए वार्षिक पुरस्कार शास्त्री जी के मूल्यों और आदर्शों का स्मरण करने का अवसर है।
राष्ट्रपति ने कहा, डॉ. पिल्लै को यह पुरस्कार प्रदान करना हमारे अंतरिक्ष और रक्षा अनुसंधान वैज्ञानिकों द्वारा किए गए असाधारण कार्य का सम्मान है। राष्ट्रपति ने सम्पूर्ण वैज्ञानिक समुदाय और विशेषकर इसरो को अपने पहले प्रयास में मंगल उपग्रह मिशन को सफलतापूर्वक सम्पन्न करने के उल्लेखनीय कार्य के लिए बधाई दी।
राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘मैं अपनी और अपने सभी देशवासियों की ओर से उन वैज्ञानिकों और तकनीकी कर्मचारियों के प्रति सम्मान प्रकट करता हूं जिन्होंने इतिहास रचने के लिए अथक परिश्रम किया है। मैं यहां बैठे प्रतिभावान युवा चेहरों को देख रहा हूं और मैं आपको याद दिलाना चाहूंगा कि आप पर भविष्य की भारी जिम्मेदारी है। आपको साहस, ईमानदारी और नि:स्वार्थ सेवा के शास्त्री जी के मूल्यों को आत्मसात करना है। आप सभी को अपने लिए उपलब्धियों के प्रयासों से ऊपर उठना होगा तथा अपने आसपास यह देखना होगा कि अपने देशवासियों के लिए आप क्या कर सकते हैं। अपने अंतर्मन में झांकिए और विचार करिए कि आप समाज और राष्ट्र में परिवर्तन लाने के लिए क्या कर सकते हैं।’’
यह विज्ञप्ति 1510 बजे जारी की गई।