भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने छत्तीसगढ़ के युवाओं से आग्रह किया कि वे स्वामी विवेकानंद के आदर्शों से शिक्षा ग्रहण करें और राज्य के विकास के लिए सभी संभावित तरीके से स्वयं को तैयार करें। वह आज (7 नवम्बर 2012) छत्तीसगढ़ में नारायणपुर में रामकृष्ण मिशन आश्रम के विद्यार्थियों को संबोधित कर रहे थे।
राष्ट्रपति ने इस बात पर बल दिया कि शांति, सहिष्णुता और मानवता के मूल्यों से ओत-प्रोत शिक्षा, समाज और अर्थव्यवस्था दोनों के लिए प्रासंगिक है तथा हिंसा, असहिष्णुता और असमानता की सर्वोत्तम विनाशक है। उन्होंने विद्यार्थियों को प्रोत्साहित किया कि अपने मार्ग में आने वाले अवसरों को न छोड़ें।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने जनजातीय कल्याण विभाग के 500 सीट वाले छात्रावास तथा रामकृष्ण मिशन आश्रम के औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान भवन की आधारशिला रखी। उन्होंने सचिव, रामकृष्ण मिशन, नारायणपुर को आठ बसों की चाबी सौंपी। इसके अलावा, राष्ट्रपति ने विद्यार्थियों को पांच साइकिलों की चाबियां भी सौंपी।
यह विज्ञप्ति 1620 बजे जारी की गई