भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (07 दिसंबर, 2016)नई दिल्ली में सेंट स्टीफन कॉलेज के स्थापना दिवस समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि मैं सेंट स्टीफन कॉलेज जिसका 133 वर्ष का विशिष्ट इतिहास रहा है,के स्थापना दिवस समारोह का हिस्सा बनकर प्रसन्नता हुई है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक शैक्षिक सभा में उन्होंने इस सच्चाई पर बल दिया है कि भारतीय संस्थाओं को अंतरराष्ट्रीय वरीयता एजेंसियों की सर्वोच्च श्रेणी रिपोर्टों में स्थान बनाने के लिए वरीयता प्रक्रिया को गंभीरता से लेना चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि हमारे यहां श्रेष्ठ संकाय सदस्य और प्रतिभावान विद्यार्थी हैं और हमारे यहां गुणवत्ता की कमी नहीं है। उन्हें यह जानकर खुशी हुई कि दो संस्थाओं ने पहले ही सर्वोच्च 200 में स्थान बना लिया है और उन्होंने आशा व्यक्त की कि दूसरे भी शीघ्र स्थान बना लेंगे। उन्होंने कहा कि यदि हमारे पास ऐसा करने का मिशन और समर्पण हो तो हम सफल हो जाएंगे।
राष्ट्रपति ने बल दिया कि हमारे शिक्षा संस्थाओं में अनुसंधान और नवान्वेषण तथा जिज्ञासा की भावना से युक्त वातावरण निर्मित करना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि अनेक उच्च शिक्षण संस्थाओं ने नवान्वेषण क्लब स्थापित किए हैं। इसके अलावा बुनियादी नवान्वेषणों को प्रोत्साहित करने के लिए प्रत्येक वर्ष राष्ट्रपति भवन में एक नवान्वेषण उत्सव आयोजित किया जाता है जिससे दैनिक जीवन की समस्याएं हल हो सकती हैं। उन्होंने कहा कि आने वाले वर्षों में हमारे यहां एक विशाल युवा आबादी होगी यदि हमने युवाओं को आवश्यक कौशल,शिक्षा और प्रशिक्षण प्रदान करते तो हम उन्हें विश्व रोजगार बाजार की उपलब्धता सुनिश्चित कर सकते हैं। यदि ऐसा न किया गया तो जनसांख्यिकीय लाभ एक बोझ बन जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में रोजगार के बढ़ते अवसरों के साथ विकास होना चाहिए। हमें वातावरण को ्रप्रदूषित किए बिना ऊर्जा कुशलता की समस्या हल करनी होगी। उन्होंने कॉलेज के विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए कहा कि थे भविष्य में समाज में कोई भी स्थान बनाएं उन्हें देश की जनता की समस्याओं के समाधान में योगदान देना चाहिए।
इस अवसर पर,उपस्थित गणमान्यजनों में दिल्ली के उपराज्यपाल, श्री नजीब जंग शामिल थे।
यह विज्ञप्ति1600 बजे जारी की गई।