मणिपुर से 25 विद्यार्थियों तथा जम्मू कश्मीर से 21 महिला शिक्षिकाओं के एक दल ने आज राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की।
मणिपुर के विद्यार्थी असम राइफल्स द्वारा आयोजित राष्ट्रीय एकीकरण यात्रा के तहत तथा कश्मीर की शिक्षिकाएं भारतीय सेना की सिगनल कोर द्वारा आयोजित आपरेशन सद्भावना के तहत दिल्ली आए हुए हैं। मणिपुर के विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि मणिपुर देश के सबसे सुंदर राज्यों में से है। यहां के लोग अपनी शालीनता और सज्जनता के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने सबसे प्राचीन रक्षा सेनाओं में से एक, असम राइफल्स को विद्यार्थियों के लिए राष्ट्रीय एकीकरण यात्रा आयोजित करने के लिए बधाई दी।
कश्मीर घाटी से आई शिक्षिकाओं को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि प्राचीन काल में कश्मीर को शारदा पीठ अर्थात ‘ज्ञान की पीठ’ के रूप में जाना जाता था। इसके दरवाजे विश्व के कोने-कोने से आने वाले उन सभी ज्ञानार्थियों के लिए खुले हुए थे जो ज्ञान तथा विद्या प्राप्त करने के लिए यहां पहुंचते थे। उन्होंने भारतीय सेना की सिग्नल कोर को सद्भावना यात्रा के आयोजन तथा विशेषकर महिला शिक्षकों के लिए कार्यक्रम आयोजित करने के लिए बधाई दी।
यह विज्ञप्ति 1830 बजे जारी की गई