भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी, भारत छोड़ो आंदोलन की 70वीं वर्षगांठ के अवसर पर कल (9 अगस्त, 2012) को स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को सम्मानित करेंगे। देश भर के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों को राष्ट्रपति भवन में आयोजित स्वागत समारोह के लिए आमंत्रित किया जाएगा तथा उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और पूर्व राष्ट्रपतियों, लोकसभा अध्यक्षों तथा अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में उनका सम्मान और अभिनंदन किया जाएगा।
देश के विभिन्न राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों अर्थात् आंध्र प्रदेश, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर, झारखण्ड, कर्नाटक, केरल, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, मणिपुर, ओडिसा, पंजाब, राजस्थान, तमिलनाडु, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड, पश्चिम बंगाल, दमन और दीव तथा राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी इस स्वागत समारोह में आमंत्रित किए जाएंगे।
भारत के राष्ट्रपति 2003 से, प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ पर स्वतंत्रता सेनानियों को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रपति भवन में स्वागत समारोह का आयोजन करते आ रहे हैं।
भारत छोड़ो आंदोलन 9 अगस्त, 1942 को आरम्भ हुआ था। 8 अगस्त, 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने अंग्रेजों से भारत छोड़ने का आह्वान करने के लिए बम्बई में औपचारिक रूप से एक प्रस्ताव स्वीकार किया था। अगले दिन, गांधीजी सहित राष्ट्रीय नेताओं को अंग्रेजों द्वारा गिरफ्तार कर लिया गया गया था। इसी दिन अर्थात् 9 अगस्त को गांधी जी के तत्काल स्वतंत्रता की मांग पर पूरे देश में स्वत:स्फूर्त सविनय अवज्ञा आंदोलन फैल गया।
यह विज्ञप्ति 1830 बजे जारी की गई