भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (08 अक्तूबर, 2016) सूरी में उनके पिता विख्यात स्वतंत्रता सेनानी के नाम पर एक सड़क कामोद किंकर मुखोपाध्याय सरणी का उद्घाटन किया। उन्होंने दिशहरी क्लब के रजत जयंती समारोह का भी उद्घाटन किया।
इस अवसर राष्ट्रपति ने कहा कि उनके पिता कामोद किंकर मुखोपाध्याय उन स्वतंत्रता सेनानियों में से थे जिन्होंने देश को अंग्रेजी शासन से देश को मुक्त करवाने के लिए अथक लड़ाई लड़ी। राष्ट्रपति ने कहा कि स्वतंत्रता संघर्ष के दौरान अनेक विख्यात देशभक्तों ने गांधी जी के अहिंसा के सिद्धांत का अनुकरण किया और ऐसे बहुत से लोग भी थे जिन्होंने क्रांति का मार्ग भी अपनाया। एक अन्य समूह भी था जिसने अंग्रेज साम्राज्यवाद के समक्ष संगठित खतरा प्रस्तुत किया और वे जनजातीय लोग थे। बीरभूम उन जिलों से में से एक है जहां संथाल अंग्रेजी शासन से लड़ने के लिए खड़े हो गए।
राष्ट्रपति ने भारत सरकार की ‘स्वच्छ भारत’ पहल की सराहना की और कहा कि संपूर्ण देश तथा गांवों और शहरों को स्वच्छ और प्रदूषण मुक्त रखा जाना चाहिए। प्रत्येक को इस पहल के लिए आगे आना चाहिए और एकजुट होना चाहिए।
बीरभूम, पश्चिम बंगाल के दिशहरी क्लब के रजत जयंती समारोह के अवसर पर, राष्ट्रपति ने अपनी स्थापना के 25वर्ष पूरे करने के लिए दशहरी क्लब को बधाई दी। उन्होंने दिशहरी क्लब द्वारा आयोजित फुटबॉल प्रतियोगिता के विजेताओं को सुभ्रा मुखोपाध्याय शील्ड भी प्रदान की।
इस अवसर पर सांसद, श्री अभिजीत मुखर्जी,श्री चंद्रनाथ सिन्हा, मंत्री मत्स्य पालन, पश्चिम बंगाल और श्री उज्ज्वल मुखर्जी, अध्यक्ष सूरी, नगरपालिका उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1820 बजे जारी की गई।