आज मीडिया के लिए राष्ट्रपति भवन में नवीन ‘चेंज ऑफ गार्ड’ समारोह का प्रदर्शन किया गया। यह समारोह प्रत्येक शनिवार प्रात: 10 बजे आयोजित किया जाएगा और यह लोगों के लिए खुला होगा जिन्हें प्रधानमंत्री कार्यालय के निकट गेट नं. 2 से राष्ट्रपति भवन में प्रवेश करने के लिए केवल फोटो पहचान पत्र प्रस्तुत करना होगा।
‘चेंज ऑफ गार्ड’ एक बहुत पुरानी सैन्य परंपरा है। प्राचीन काल से ही, महलों, किलों और रक्षा प्रतिष्ठानों में गार्ड और संतरी नए सैन्य दस्तों को स्थान देने के लिए समय-समय पर बदलते रहते हैं।
राष्ट्रपति भवन में चेंज ऑफ गार्ड समारोह पहली बार 2007 में जनता के लिए खोला गया। राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी द्वारा पद संभालने के बाद, समारोह को और दर्शनीय व जन अनुकूल बनाने के लिए पुन: बदलाव और पुन:स्थापित किया गया है। अपने समारोहिक राज चिह्नों में राष्ट्रपति के अंगरक्षकों द्वारा एक अश्वारोहण प्रदर्शन जोड़ा गया है और जनता की सुविधा के लिए इसे राष्ट्रपति भवन के अग्र प्रांगण में स्थानांतरित किया गया है।
अश्वारोही प्रदर्शन में सैन्य ब्रास बैंड के संगीत की लय के साथ समारोहिक राज चिह्नों में अश्व और सैनिक शामिल होते हैं। 30 मिनट के समारोह की शुरुआत, राष्ट्रपति अंगरक्षक दल के, अपने सुसज्जित, पुष्ट, मजबूत और सुन्दर ढंग से सजे धजे घोड़ों पर सवार होकर ‘मां तुझे सलाम’ की धुन पर सेना के ब्रास बैंड पर जयपुर स्तंभ के पीछे की ओर से प्रस्थान से होती है। तब आर्मी गार्ड की टुकड़ी आगे बढ़ती है और नए गार्ड पुराने गार्ड का स्थान लेते हैं।
समारोह का समापन राष्ट्रपति अंगरक्षक के राष्ट्रपति भवन से प्रस्थान से पूर्व उनके अश्वारोहण प्रदर्शन तथा राष्ट्रीय गान के वादन के साथ होता है।
राष्ट्रपति अंगरक्षक राष्ट्रपति संपदा में स्थायी रूप से तैनात हैं, जबकि आर्मी गार्ड बटालियन, वर्तमान में सेना मद्रास रेजीमेंट की 28वीं बटालियन, को सेना की प्रमुख इन्फैट्री रेजीमेंटों में से चुना जाता है और हर तीसरे वर्ष इसे बदल दिया जाता है।
यह विज्ञप्ति 1210 बजे जारी की गई