भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (8 दिसंबर, 2015) राष्ट्रपति भवन के एक समारोह में वर्ष 2014 के राष्ट्रपति स्काउट/गाइड/रोवर/रेंजर और युवा अग्रणी पुरस्कार/प्रमाण-पत्र प्रदान किए।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि स्काउट और गाइड अभियान युवाओं को अनुभव, मैत्री, परिश्रम, सोहार्द और मानवता के मूल्यों के माध्यम से सीखने का एक विशिष्ट मंच उपलब्ध है। 1907 में अपनी स्थापना के बाद से, रॉबर्ट-बेडन पॉवेल के नेतृत्व में अभियान पूरे विश्व में फैल गया है। आज दुनिया के हर एक देश में स्काउट और गाइड संगठन मौजूद है। सामुदायिक सेवा, एकता शिविर, आदान-प्रदान कार्यक्रम बाहरी गतिविधियां जैसे कार्यकलापों के माध्यम से, स्काउट अभियान का लक्ष्य राष्ट्र और समाज के विकास में सकारात्मक योगदान के लिए युवाओं को प्रेरित करना है।
राष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी प्रगतिशील समाज के लिए, नागरिकों द्वारा राष्ट्र को अग्रसर करने के लिए अंतरराष्ट्रीय दृष्टिकोण, आधुनिक परिप्रेक्ष्य, डिजीटल और पेशेवर कौशल हासिल करने चाहिए। हमें इस उद्देश्य से हमारे देश के युवाओं को शामिल करना और उन्हें तैयार करना होगा तथा उनमें बंधुत्व, प्रेम और सहृदयता की भावना पैदा करनी होगी। आज भारत एक युवा राष्ट्र है क्योंकि इसकी आधी आबादी पच्चीस वर्ष या उससे कम है। युवाओं की क्षमता का वास्तविक प्रयोग करने के लिए हमें उनमें प्रमुख सभ्यतागत मूल्यों अर्थात सभी के प्रति सहृदयता, मातृभूमि के प्रति प्रेम और महिलाओं का सम्मान, जीवन में सत्य और ईमानदारी, आचरण में अनुशासन और आत्मसंयम तथा कार्य में दायित्व पैदा करने चाहिए।
यह विज्ञप्ति 1600 बजे जारी की गई।