राष्ट्रपति भवन 10-11 दिसंबर, 2016 तक बच्चों के लिए एक ‘लॉरिएट्स एंड लीडर्स’ शिखर सम्मेलन आयोजित करेगा। कैलाश सत्यार्थी चिल्ड्रेन्स फाउंडेशन द्वारा आयोजित यह शिखर सम्मेलन बच्चों के लिए एक सशक्त नीति मंच तैयार करने के आगामी उपाय पर विचार विमर्श करेगा जो उन्हें हिंसा से बचाने, और उनके लिए एक ऐसी दुनिया सुनिश्चित करने, जहां वे स्वतंत्र रूप से केवल बच्चे बन कर रह सकें। इसका उद्देश्य उपर्युक्त हेतु नोबल पुरस्कार विजेताओं, विश्व अग्रणियों, विचारकों, संयुक्त राष्ट्र संघ के अभिकरणों, पुरस्कार विजेता बच्चों/युवा अग्रणियों और अकादमियों, व्यवसाय सिनेमा, खेल और सिविल समाज के श्रेष्ठ व्यक्तियों को सामूहिक नेतृत्व और नीति प्राधिकरण के रूप में समर्थन देना है।
यह शिखर सम्मेलन 10 दिसंबर, 2016 को राष्ट्रपति मुखर्जी के शीर्षक ‘हम हमारे बच्चों के लिए करुणा का वैश्वीकरण करें’ पर मुख्य संबोधन के द्वारा आरंभ होगा। एच.एच दलाईलामा, मोनैको की एच.एस.एच प्रिंसेस चार्लिन, जॉर्डन के एच.आर.एच प्रिंस अली बिन अल हुसैन, नीदरलैंड के एच.आर.एच प्रिंसेस लॉरेंटियन, यूनेस्को स्पेशल इन्वाय ऑन लिटरेसी फॉर डेवलेपमेंट और एच.इ जोस रैमोस-हॉर्टा, टिमोलेस्थे भी इस अवसर पर बोलेंगे।
10 दिसंबर, 2016 को न्याय पर पहुंच, व्यवसाय और युवाओं की भूमिका, नवोन्वेषण का उपयोग और प्रौद्योगिकी, बाल युक्त समुदायों का सृजन करना और बाल मजदूरी की समाप्ति के लिए एक समन्वित और समग्र दृष्टिकोण जैसे विभिन्न मसलों पर एक सत्र में विचार-विमर्श होगा जिसका शीर्षक है ‘सर्कल्स फॉर फ्रीडमः लेंड व्यसेज टू आवर चिल्ड्रन’। 10 और 11 दिसंबर, 2016 को ‘चिल्ड्रन फ्रीडम’, ‘क्रिएटिंग बेटर लाइफ्सः हेल्दी एंड एडुकेटेड चिल्ड्रन’ ‘चेंजिंग अवर चिल्ड्रन्स फ्यूचरः द रिपल इफेक्ट’ जैसे विषयों पर एक विस्तृत सत्र रखा जाएगा।
जो विचार-विमर्श में भाग लेने वाले गणमान्यों में शामिल हैं एच.ई जूलिया गिलार्ड, ऑस्ट्रेलिया की भूतपूर्व प्रधानमंत्री; एचई श्री गिलबर्ट हंगबो, टोगो के भूतपूर्व प्रधानमंत्री; मिस लेमा जी गोवी, नोबल पीस लोरिएट; श्री जयफ्रे सच्स, निदेशक, द अर्थ इंस्टीट्यूट; मित तवाखोल करमान, नोबल पीस लॉरिएट; मिस्टर एंजेल गुरिया, सेके्रट्री जनरल, आर्थिक सहयोग और विकास संगठन।
11 दिसंबर, 2016 को हमारे बच्चों के लिए सामूहिक विवेक का निर्माण विषय पर एक बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें पुरस्कार विजेता और अग्रणी बाल/युवा नेताओं, सरकार एवं व्यवसाय अग्रणियों, अकादमियों अंतर सरकारी संगठन प्रतिनिधियों और पूरे विश्व से आए सिविल सोसाइटी संगठनों के श्रोताओं से बातचीत करेंगे। इसी दिन एक आउटकम सत्र भी आयोजित किया जाएगा जिसका शीर्षक ‘युनाइटेड फॉर चिल्ड्रेन’ होगा जहां श्री कैलाश सत्यार्थी, नोबल पुरस्कार विजेता आगे के उपायों पर अपने विचार प्रस्तुत करेंगे।
शिखर सम्मेलन 11 दिसंबर, 2016 को राष्ट्रपति मुखर्जी द्वारा ‘100 मिलियन फॉर 100 मिलियन’ अभियान के लॉंच द्वारा समाप्त होगा जिसमें लगभग 5000 बच्चे भाग लेंगे। इस अभियान का उद्देश्य आगामी पांच वर्षों में 100 मिलियन युवाओं और पूरे विश्व के वंचित 100 मिलियन बच्चों के लिए, 100 मिलियन लोगों को बाल मजदूरी, बाल श्रम, बच्चों के प्रति हिंसा को गतिशील बनाना है और प्रत्येक बच्चे के सुरक्षित, स्वतंत्र और शिक्षित होने के अधिकार को प्रोत्साहन देना है।
यह विज्ञप्ति 1345 बजे जारी की गई।