वर्तमान नयाचार पद्धति की समीक्षा के बाद, भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने तुरंत प्रभाव से कार्यान्वयन के लिए नीचे लिखे बदलावों का औपचारिक अनुमोदन किया है :
1. देश में आयोजित समारोहों तथा भारतीय पदाधिकारियों और राष्ट्रपति के बीच बातचीत के दौरान ‘महामहिम’ शब्द का प्रयोग नहीं किया जाएगा।
2. ऐसे अवसरों के दौरान हिंदी में ‘महामहिम’ के स्थान पर ‘राष्ट्रपति महोदय’ प्रयोग किया जाना चाहिए।
3. ‘महामहिम’ का प्रयोग ‘राष्ट्रपति’ या ‘राज्यपाल’ की उपाधि से पूर्व किया जाएगा। नाम से पहले पारंपरिक भारतीय संबोधन ‘श्री’ या ‘श्रीमती’ लगाए जाने चाहिए।
4. ‘महामहिम’ का प्रयोग हमारे नेताओं द्वारा विदेशी गणमान्य अतिथियों के साथ तथा विदेशी गणमान्य अतिथियों द्वारा हमारे नेताओं के साथ बातचीत में ही प्रयोग किया जाएगा क्योंकि यह परंपरागत अंतरराष्ट्रीय प्रथा है।
5. यह भी निर्णय लिया गया है कि राष्ट्रपति सचिवालय के कार्यालयी टिप्पणों में महामहिम के स्थान पर राष्ट्रपति जी शब्द आएगा।
पूर्व परंपरा के अनुसार, उक्त निर्णयों के विषय में आगे कार्रवाई हेतु गृह मंत्रालय को सूचित कर दिया गया है।
शहर में उनकी आवाजाही के दौरान जनता को होने वाली असुविधा तथा पुलिस और अन्य एजेंसियों पर दबाव को कम करने के लिए, राष्ट्रपति ने निदेश दिया है कि यथासंभव, सभी कार्यक्रम राष्ट्रपति भवन परिसर में ही आयोजित किए जाएं।