राष्ट्रीय सीमा शुल्क, उत्पाद शुल्क और स्वापक अकादमी, फरीदाबाद के भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क) के 64वें बैच के 87 परिवीक्षाधीनों के एक समूह ने आज (9 दिसंबर, 2013) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि वित्त मंत्रालय और अन्य मंत्रालयों में अपने अनेक कार्यकालों के दौरान, उन्हें राजस्व सेवाओं के विकास को नजदीक से देखने का मौका मिला। उन्होंने कहा कि वर्षों के दौरान, सीमा शुल्क और केंद्रीय उत्पाद शुल्क विभाग की भूमिका और दायित्व कई गुना बढ़ गए हैं तथा अधिक जटिल हो गए हैं। उन्होंने कहा कि भारत ने वैश्विक आर्थिक संकट के दौरान अंतर्निहित शक्ति और लचीलापन दर्शाया है।
राष्ट्रपति ने कहा कि कर संग्रहण का कार्य जटिल है और सरल नहीं है। उन्होंने परिवीक्षाधीन अधिकारियों को सलाह दी कि वे ईमानदारी से और एक अनुकूल माहौल तैयार करके अपनी जिम्मेदारियां निभाएं।
18 राज्यों के 87 परिवीक्षाधीनों में से 15 महिला अधिकारी हैं और तीन भूटान रॉयल किंग्डम से हैं।
यह विज्ञप्ति 1415 बजे जारी की गई।