होम >> प्रेस विज्ञप्ति >> प्रेस विज्ञप्ति विस्तार

राष्ट्रपति ने कहा, देशी हस्तशिल्प का विस्तृत क्षेत्र हमारी राष्ट्र की विविधता और असीम सर्जनात्मकता को प्रतिबिंबित करता है

राष्ट्रपति भवन : 09.12.2015

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (09दिसम्बर, 2015) दक्ष शिल्पकारों को वर्ष 2012, 2013 और2014के राष्ट्रीय पुरस्कार और शिल्प गुरु पुरस्कार प्रदान किए।

इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने पुरस्कार विजेताओं और दक्ष शिल्पकारों को बधाई दी। उन्होंने भारतीय हस्तशिल्प परंपराओं के संरक्षण और प्रोत्साहन में तथा देश की सांस्कृतिक विरासत को समृद्ध बनाने में उनके विशिष्ट योगदान की सराहना की।

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारा देशी हस्तशिल्प हमारी जीवनशैली का एक मूल्यवान पहलू है। इनका विस्तृत क्षेत्र हमारे राष्ट्र की विविधता और असीम सर्जनात्मकता को प्रतिबिंबित करता है। प्रत्येक भौगोलिक क्षेत्र और उपक्षेत्र की अपनी अलग शैली और परंपरा है जो इसके समाज की प्राचीन जीवनचर्या से उत्पन्न होती है। हमारे शिल्पकारों ने शताब्दियों से पाषाण और धातु, चंदन और मिट्टी में प्राण फूंकने के अपने प्राय: अनूठे तरीके और तकनीक विकसित किया है। उन्होंने अनेक शताब्दियों पहले अपने समय से काफी आगे की वैज्ञानिक और इंजीनियरी प्रक्रियाओं को उत्कृष्ट बनाया था। तत्कालीन सृजन उनके परिष्कृत ज्ञान और विकसित सौंदर्यबोध को दर्शाती हैं।

राष्ट्रपति ने कहा कि हस्तशिल्प वस्तुओं का निर्माण ग्रामीण इलाकों में रह रहे लाखों लोगों को आजीविका के अवसर प्रदान करता है। हस्तशिल्प में कम पूंजी निवेश की आवश्यकता होती है तथा पर्यावरणीय संरक्षण में मदद मिलती है। इनसे अनुसूचित जातियों, अनुसूचित जनजातियों, अन्य पिछड़ा वर्गों और अल्पसंख्यकों जैसे वंचित वर्ग भी सशक्त बनते हैं और इस प्रकार ये विकास को समावेशी और सतत बना रहे हैं। हस्तशिल्प वस्तुओं का निर्माण ग्रामीण इलाकों में रह रही महिलाओं के आर्थिक सशक्तीकरण में विशेष महत्व रखता है।

राष्ट्रपति ने कहा कि हस्तशिल्प क्षेत्र में तेजी लाने के लिए विभिन्न स्तरों पर ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है। इनमें बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं से ऋण की सुगम्य प्राप्ति तथा घरेलू और विदेशी बाजारों में इन उत्पादों का प्रोत्साहन शामिल है। विश्वविद्यालय, कॉरपोरेट घराने और सरकारी विभाग अनुसंधान करने और उसके प्रायोजन में योगदान कर सकते हैं, जिससे नई और नवान्वेषी प्रौद्योगिकियां उभरेंगी जो पारंपरिक औजार तथा स्थानीय दस्तकारों के डिजायन के उन्नयन में मदद मिलेगी।

इस अवसर पर, उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में वस्त्र राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), श्री संतोष कुमार गंगवार तथा श्री एस.के.पांडा, सचिव, वस्त्र मंत्रालय शामिल थे।

यह विज्ञप्ति1620 बजे जारी की गई।