भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (11 जनवरी, 2014) पोर्ट ब्लेयर के नेताजी स्टेडियम में पोर्ट ब्लेयर नगर पालिका द्वारा नागरिक अभिनंदन किया गया।
इस अवसर पर बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि अंडमान और निकोबार की उनकी यात्रा से उन स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला है जिन्होंने भारत की स्वतंत्रता के लिए इस पावन क्षेत्र में अत्यंत कठिनाई और कष्ट भुगते। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्मारक ‘सेल्यूलर जेल’ उनके द्वारा दिए गए बलिदानों का साक्षी है। यह उन बहुत से स्वतंत्रता सेनानियों की उत्कट देशभक्ति का प्रतीक है जिन्होंने यहां कारावास में अपनी युवावस्था बिताई।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह दक्षिण-पूर्व एशिया दक्षिण-पूर्व एशिया के महत्त्वपूर्ण संगम पर स्थित है। भारत के लगभग 30 प्रतिशत अनन्य आर्थिक क्षेत्र तथा सहवर्ती समुद्री संसाधन इन्हीं द्वीप समूहों के आसपास हैं। यह द्वीप समूह न केवल बंगाल की खाड़ी के समुद्री द्वार पर है वरन् महत्त्वपूर्ण समुद्री मार्गों के भी करीब है। इन द्वीप समूहों में दक्षिण-पूर्व एशिया तथा प्रशांत क्षेत्र में भारत के संबंधों के लिए प्रोत्साहन केंद्र के रूप में कार्य करने की क्षमता है। इन्हें प्रमुख व्यापार, नौवहन तथा पर्यटन केंद्र के रूप में भी विकसित किया जा सकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि अंडमान और निकोबार द्वीप समूह विश्व की कुछ अत्यंत मूल्यवान जन-जातियों के घर हैं। ये समुदाय आधुनिकीकरण के माध्यम से प्रगति की दिशा में देश के प्रयासों में समान रूप से भागीदार हैं। उन्होंने कहा कि ‘‘अंडमान और निकोबार द्वीप समूहों में प्रगति आनी चाहिए परंतु यह स्थानीय लोगों, उनकी परंपराओं तथा उनकी पारिस्थितिकी को ध्यान में रखकर होनी चाहिए। जन-जातियों के बीच कार्यरत लोगों को न केवल समर्पण की भावना के साथ वरन् समझ तथा सहानुभूति के साथ इस कार्य को करना चाहिए।’’
इस अवसर पर उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के राज्यपाल, ले. जनरल (सेवा निवृत्त) ए.के. सिंह, श्री विष्णु पद रे, संसद सदस्य (लोकसभा) तथा श्री के. गणेशन, पोर्टब्लेयर नगर पालिका के अध्यक्ष शामिल थे।
इससे पूर्व राष्ट्रपति ने राष्ट्रीय स्मारक सेल्यूलर जेल में शहीद स्तंभ पर पुष्पांजलि अर्पित की।
यह विज्ञप्ति 1720 बजे जारी की गई।