2016 के नवनियुक्त फैलो सहित जनता के अशोक नवान्वेषकों के सामाजिक नवान्वेषकों के एक समूह ने आज (11 फरवरी, 2017) को राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि भारत एक विविधता वाला देश है और यह विविधता इसकी गौरवपूर्ण शक्ति और आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वह अनेक क्षेत्रों में कार्यरत अशोक के उन सामाजिक नवान्वेषकों से मिलकर प्रसन्न हुए जिनका साझा लक्ष्य विभिन्न सामाजिक गतिविधियों के परिवर्तन दूत बनना है। उन्होंने कहा कि अशोक ने अपनी स्थापना के पिछले 35 वर्षों के दौरान भारत के 380 फैलो सहित 82 देशों के 3000 से अधिक अशोक फैलों को परामर्श और सहयोग देता है। उन्होंने कहा कि यह उल्लेखनीय है कि सामाजिक नवान्वेषकों ने नवान्वेषी विचारों के माध्यम से न केवल समस्याएं हल की हैं बल्कि दूसरों को परिवर्तक बनने और सकारात्मक सामाजिक बदलाव लाने की प्रेरणा दी है। उन्होंने यह भी कहा कि अशोक फैलो जॉर्ज अब्राहम जो इस अवसर पर उपस्थित थे, के दृष्टिबाधितों के लिए क्रिकेट के नवान्वेषी कार्य ने दर्शाया कि किस प्रकार दृष्टि बाधिता व्यक्ति की क्षमता को प्रकट करने में रुकावट नहीं है।
अशोक सामाजिक उद्यमियों का एक विश्वव्यापी नेटवर्क है जो अत्यावश्यक सामाजिक समस्याओं के नवान्वेषी समाधान के द्वारा समाज पर प्रभाव डालता है।
यह विज्ञप्ति 1945 बजे जारी की गई