भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (11 अप्रैल, 2014) राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में वर्ष 2013 के लिए संगीत नाटक अकादेमी अध्येतावृत्तियां तथा संगीत नाटक अकादेमी पुरस्कार प्रदान किए।
तीन अध्येतावृत्तियां (अकादेमी रत्न) डॉ. कनक रेले, श्री आर. सत्यनारायण तथा श्री महेश एलकुंचवार को प्रदान की गई। अध्येताओं को तीन लाख रुपए, अंगवस्त्रम तथा ताम्रपत्र प्रदान किए गए।
संगीत के क्षेत्र में नौ नामचीन कलाकारों को श्री त्रित्विक सान्याल और श्रीमती वीना हरि सहस्रबुद्धे को हिंदुस्तानी वोकल संगीत के लिए; श्री हशमत अली खान तथा ध्रुव ज्योति घोष को हिंदुस्तानी इन्स्ट्रूमेंटल संगीत (क्रमश: तबला तथा सारंगी) के लिए; श्रीमती अरुणा साईराम, श्री डी शेषाचारी तथा डी. रघवाचारी—हैदराबादी बंधुओं को कर्नाटक वोकल संगीत के लिए; श्री त्रिची शंकरन तथा श्री तिरुवीझा जयशंकर को कर्नाटक इंस्ट्रूमेंटल संगीत (क्रमश: मृदंगम तथा नादस्वरम) के लिए और श्री बंकिम सेठी को ओडिशी संगीत के लिए अकादेमी पुरस्कार प्रदान किए।
नृत्य के क्षेत्र में, नौ कलाकारों, श्रीमती जमुना कृष्णन तथा श्री बी. हेरंबनाथन को भरतनाट्यम के लिए; श्रीमती राजश्री शिरके को कत्थक के लिए; श्री कलामंडलम एम.पी.एस. नंबूदरी को कथ्थकली के लिए; श्री चिंतासीता रमनजानेयुलु को कुचिपुड़ी के लिए; श्रीमती संगीता दास को ओडिसी के लिए; श्री जोगेन दत्त बयन को सात्रिय नृत्य के लिए; श्री श्रीनिवास रंगा चेरियार को अरेयर सेवाई के लिए और धनेश्वर स्वेन को मर्दल वाद्य के लिए अकादेमी के पुरस्कार प्राप्त हुए।
थियेटर के क्षेत्र में आठ कलाकारों को, श्री रामेश्वर प्रेम तथा श्री पुंडरीक नारायण नाइक को नाट्य लेखन के लिए; श्री कमलाकर मुरलीधर सोनटके, श्री केवल धालीवाल तथा श्रीमती प्रसन्ना रामास्वामी को निर्देशन के लिए; श्री वसंत जोसलकर तथा श्रीमती कुसुम हैदर को अभिनय के लिए और श्री कृष्ण अर्जुन बोरकर को मेकअप के लिए अकादेमी पुरस्कार प्राप्त हुए।
आठ कलाकारों को उनके परंपरागत, लोक तथा आदिवासी नृत्य, संगीत, थियेटर तथा कठपुतली के लिए, श्रीमती राज बेगम को जम्मू और कश्मीर के लोक संगीत के लिए; श्री टी.ए.आर. नादिराव तथा श्री एन. जीवा राव को तमिलनाडु के लोक संगीत के लिए; श्री गुरदयाल सिंह को उपकरण-निर्माण के लिए; श्री मोहन सिंह खंगुरा को रवीन्द्र संगीत के लिए; श्री उमाकांत बैरागी को असम के टोकरी गीत तथा देहविचार गीत के लिए; श्रीमती लीलावती एम कवि को कठपुतली के लिए; श्रीमती मीनाक्षी को उपकरण निर्माण (तमिलनाडु का घटम) के लिए और श्री शेख रियाजुद्दीन अब्दुल गनी को महाराष्ट्र के लोक थियेटर के लिए अकादेमी पुरस्कार प्रदान किए गए।
श्री मैसूर वी सुब्रमण्य तथा श्री एन रामनाथन को प्रदर्शन कलाओं में अपने समग्र योगदान के लिए अकादेमी पुरस्कार तथा छात्रवृत्ति प्रदान की गई।
संगीत नाटक अकादेमी पुरस्कार विजेताओं को एक लाख रुपए, अंगवस्त्रम तथा ताम्रपत्र प्रदान किया गया।
यह विज्ञप्ति 1855 बजे जारी की गई।