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भारत के राष्ट्रपति ने ‘राष्ट्रपति के चुने हुए अभिभाषण’ और ‘राष्ट्रपति रिट्रीट्स’ की प्रथम प्रतियां प्राप्त की

राष्ट्रपति भवन : 11.12.2015

भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (11दिसम्बर, 2015) राष्ट्रपति भवन में आयोजित समारोह में प्रधानमंत्री,श्री नरेन्द्र मोदी से उनके द्वारा औपचारिक रूप से विमोचन किए गए राष्ट्रपति के चुने हुए अभिभाषण भाग II’ औरराष्ट्रपति रिट्रीट्सकी प्रथम प्रतियां प्राप्त की।

राष्ट्रपति के चुने हुए अभिभाषण पर खण्ड-3 राष्ट्रपति के महत्वपूर्ण अभिभाषणों की खण्ड श्रृंखला में तीसरा है। इस खण्ड के अभिभाषणों को तीन विषयों में बांटा गया है,जैसे, पुरस्कार समारोह, महत्वपूर्ण दिवस तथा कार्यक्रम और सम्मेलन। ये अभिभाषण राष्ट्रपति की विषयों की गहरी समझ और मूल्यांकन तथा उनकी इस संकल्पना को प्रतिबिंबित करते हैं जहां वह इन क्षेत्रों में हमारे देश को देखना चाहते हैं। पुस्तक का प्रकाशन,प्रकाशन विभाग, सूचना और प्रसारण मंत्रालय द्वारा किया जा रहा है।

द प्रेजीडेंशियल रिट्रीट्स ऑफ इंडियाको राष्ट्रपति सचिवालय द्वारा सौंपे गए कार्य के अंतर्गत सहपीडिया तथा इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र द्वारा तैयार किया गया है। प्रकाशन विभाग द्वारा प्रकाशित इस पुस्तक में मशोबरा में रिट्रीटऔर सिकंदराबाद का राष्ट्रपति निलयमशामिल होंगे। ये दोनों 19वीं शताब्दी की विरासती इमारतें हैं। इस खंड में गिलियन राइट के नेतृत्व में लेखकों की एक टीम ने राजगृह,कोलकाता (अब राज भवन) तथा बराकपुर के नदी तट रिट्रीट के निर्माणकाल से लेकर विशाल नगर के आवास और ग्रामीण रिट्रीट के इतिहास की खोज की है। लेखक सह इमारतों- शिमला के वाइसरीगल लॉज (बाद में राष्ट्रपति निवास और तदुपरांत भारतीय उन्नत अध्ययन संस्थान) तथा रेजीडेंसी, हैदराबाद सहित प्रेजीडेंशियल, रिट्रीट की नवीन व्याख्या करते हैं। वे हिल स्टेशनों के विकास तथा हैदराबाद सैन्य छावनी के विस्तार के विश्लेषण द्वारा रिट्रीट के संदर्भ पर नया प्रकाश डालते हैं। वे पहली बार रिट्रीट,उनकी वास्तुकला और आंतरिक डिजायन को जनता के समक्ष लेकर आए हैं। प्रत्यक्ष जानकारी के जरिए उन्होंने रिट्रीट के उस जीवन को यथावत प्रस्तुत किया है जहां राष्ट्रपति पारंपरिक रूप से सुकून और उससे जरूरी भारत की जनता से मिलने और स्वयं को सुलभ करवाने के लिए आते हैं।

यह विज्ञप्ति1930बजे जारी की गई।