श्री अंशु गुप्ता, मैग्सेसे पुरस्कार विजेता के नेतृत्व में वर्ष 2015 के 17 अशोका अध्येताओं(फैलोज़)का एक समूह आज (12 फरवरी, 2016) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मिले।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा, ‘अशोक इन्नवेटर्स फोर द पब्लिक समाजिक उद्यमियों का एक विश्वव्यापी नेटवर्क है जिसमें तत्काल समाजिक समस्याओं को नये तरीके से समाधान ढूंढने वाले लोग शामिल हैं। यह समाजिक उद्यमियों को चेंज एजेंट के रूप में सोचने और कार्य करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। यह गर्व की बात है कि इस संगठन ने अपनी स्थापना के पिछले 35वर्षों में 82 देशों में तीन हजार से भी अधिक अशोक अध्येता को प्रेरित किया है और समर्थन दिया है जिसमें भारत से चुने गए 380अध्येता शामिल हैं।
राष्ट्रपति ने कहा ऐसे बहुत सी सामाजिक आवश्यकताएं हैं जिन्हें सरकारी, निजी और सिविल सोसाइटी संस्थान पूरी तरह से पूरा नहीं कर सकते। साथ ही लोगों में अत्यंत चतुराई भी है जिसका यदि सदुपयोग किया जाए तो सामान्य पुरुषों और महिलाओं की आवश्यकता पूरी हो सकती है। छात्रों, व्यवसायकों,सामान्य पुरुषों ओर स्थानीय समुदायों द्वारा नवान्वेषण द्वारा बसंत की बहार के समान लाखों लोगों के चहरों पर मुस्कान लाई जा सकती है। नवान्वेषण की प्रक्रिया ज्ञान को समाजिक अच्छाई और आर्थिक संपत्ति में परिवर्तित कर सकती है। यह जीवन स्तर में सुधार के लिए समाज के साथ प्रतिभा की संलग्नता को प्रोत्साहन देता है।एक समाजिक पर्यावरण अनुकूल प्रणाली के सृजन से नवान्वेषकों और शैक्षिक, अनुसंधान संस्थाओं और मार्केट बलों के बीच संबद्धता की आवश्यकता है। वे देश जिन्होंने सफलतापूर्वक ऐसा नेटवर्क तैयार किया है वे नवान्वेषण में अग्रणी हैं।’
यह विज्ञप्ति 1500 बजे जारी की गई