भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (12 मई, 2015) राष्ट्रपति भवन में अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर नर्सिंग कर्मियों को राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान किए।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि राष्ट्रीय फ्लोरेंस नाइटिंगेल पुरस्कार प्रदान करना महान ‘लेडी विद द लैंप’ को सच्ची श्रद्धांजलि है। उन्होंने कहा कि वह मानते हैं कि भारत के सरकारी और निजी क्षेत्र के नर्सिंग समुदाय ने जहां भी कार्य किया है और कार्यरत् है, अपने असाधारण समर्पण तथा दायित्वों के प्रति निष्ठा के कारण, अत्यधिक प्रशंसा और सम्मान अर्जित किया है। देश के कार्यबल के एक प्रमुख घटक के रूप में, वे एक अमूल्य पूंजी हैं। विदेशों में चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कार्य करते हुए, उन्होंने हमारे राष्ट्र की प्रतिष्ठा बढ़ाई है और प्रेषित धन के जरिए महत्त्वपूर्ण योगदान दिया है। अपनी अनुशासित प्रवृत्ति तथा उच्च स्तरीय दक्षता के माध्यम से उन्होंने विश्व के सभी भागों में अतिशय सद्भावना अर्जित की है।
राष्ट्रपति ने भारत में नर्सिंग सेवाओं की प्रगति, उन्नयन तथा सुदृढ़ता के लिए सेवा-पूर्व और सेवाकालीन प्रशिक्षण एवं शिक्षण के विकास हेतु भारत सरकार द्वारा की गई अनेक पहलों पर प्रसन्नता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित रखने के लिए इस गति को बनाए रखना जरूरी है कि हमारे देश में नर्सिंग कार्मिकों की आवश्यकता को पर्याप्त रूप से पूर्ण किया जा सके। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि किए जा रहे नए उपायों से अपेक्षित परिणाम प्राप्त करने में बहुत सहयोग मिलेगा।
यह विज्ञप्ति 1920 बजे जारी की गई।