भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कल(11 सितम्बर, 2013) राष्ट्रपति भवन में, लाइबेरिया की राष्ट्रपति, श्रीमती एलेन जॉनसन सरलीफ के सम्मान में राजभोज का आयोजन किया।
भारत में उनकी पहली यात्रा पर लाइबेरियाई राष्ट्रपति का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि उनके दृढ़संकल्प तथा प्रेरणादायी नेतृत्व ने लाइबेरिया को अवसरों का देश बना दिया है। उन्होंने लाइबेरिया की दिशा को प्रभावशाली रूप से बदल दिया है तथा वे एक ऐसे प्रकाशस्तंभ तथा महिला नेतृत्व का उदाहरण बन गई हैं जो न केवल अफ्रीका वरन् विश्व-भर के समुदायों और राष्ट्रों को प्रेरित करेगा।
राष्ट्रपति ने कहा कि उनकी यात्रा अफ्रीकी देशों के बीच सदियों पुराने संबंधों पर गौरवान्वित होने का अवसर है। भारत का मानना है कि उसका अनुभव लाइबेरिया के सामाजिक-आर्थिक विकास के लिए प्रासंगिक हो सकता है। जैसे-जैसे लाइबेरिया अपनी प्राथमिकताएं और विकल्प चुनेगा और उन्नति तथा विकास के अपने स्वतंत्र मार्ग पर आगे बढ़ेगा, उसके साथ हमारी विकास साझीदारी उसकी जरूरतों के अनुरूप होगी ।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत आज के अफ्रीका को ऐसे महाद्वीप के रूप में देखता है जो स्वतंत्रता, आशावाद और इसकी जनता की अपनी शक्ति के विश्वास के प्रकाश से आलोकित है। अपने पूर्वजों के ज्ञान द्वारा निर्देशित, अपनी युवा पीढ़ियों की ऊर्जा से उत्साहित, अपनी समृद्धि विविधता तथा प्राकृतिक संसाधनों द्वारा पोषित तथा अपने समुदाय विशाल क्षितिज द्वारा प्रेरित अफ्रीकीयों के लिए प्रगति और समृद्धि का असीमित अवसर उपलब्ध है। यह महाद्वीप आज एक दहलीज पर खड़ा है और सतत् विकास के पथ पर अग्रसर है तथा विश्व स्तर पर एक निर्णायक भूमिका निभाने को तत्पर है।
यह विज्ञप्ति 1115 बजे जारी की गई।