भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने दशहरा के अवसर पर अपने देशवासियों को बधाई दी है।
अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा, ‘‘दशहरा के इस पावन पर्व पर, मैं अपने सभी देशवासियों को शुभकामनाएं और बधाई देता हूं।
हमारा देश प्रति वर्ष दशहरे के हर्षोल्लास के माध्यम से, तुलसीदास, कंबर, त्यागराज तथा भगवान राम के बहुत से अन्य भक्तों द्वारा वर्णित, वाल्मीकि के पवित्र महाकाव्य की घटनाओं का पुन: आनंद उठाते हैं।
यह पर्व धर्म की जीत तथा अधर्म की हार के रूप में मनाया जाता है। भगवान राम का जीवन और उनके कार्य तथा सदाचार और शिष्टाचार संबंधी उनके संदेश पीढ़ी-दर-पीढ़ी पूरी दुनिया में लोगों को प्रेरित करते रहे हैं।
भारतीय समाज की ताकत तथा सहनशक्ति इसकी बहुलता तथा विविधता में निहित है। सहनशीलता तथा बहुलवाद वे सिद्धांत हैं जो हमारे पंथनिरपेक्ष ताने-बाने का आधार हैं। हमें व्यक्तिगत रूप से तथा समाज के रूप में सांप्रदायिक सौहार्द तथा भाईचारे की भावना को बढ़ावा देने के लिए कठिन परिश्रम करना चाहिए। आइए, हम अपने विविधतापूर्ण समाज को समृद्ध करने वाले विभिन्न समुदायों के बीच शांति तथा सौहार्द स्थापित करने तथा बनाए रखने के लिए निरंतर प्रयास करें।
यह त्योहार हमें नैतिक तथा आचरण संबंधी शुद्धता के मार्ग पर प्रशस्त करे और हमें एकता तथा मैत्री के नए युग में ले जाए।’’
यह विज्ञप्ति 1145 बजे जारी की गई।