महामहिम, श्री व्लादिमीर वी. पुतिन,रूसी संघ के राष्ट्रपति ने कल (11 दिसंबर, 2014)राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
रूसी राष्ट्रपति के साथ बातचीत के दौरान राष्ट्रपति ने कहा कि भारत राष्ट्रपति पुतिन को एक महान मित्र तथा दो देशों के बीच कार्यनीतिक साझीदारी की मार्गदर्शक शक्ति समझता है। भारत विभिन्न क्षेत्रों में भारत-रूस साझीदारी को विकसित और प्रगाढ़ करने के प्रति पूर्णत: समर्पित है। उन्हें इस बात की खुशी है कि राष्ट्रपति पुतिन की मौजूदा यात्रा के दौरान दोनों देशों ने आने वाले समय में अपनी कार्यनीतिक साझीदारी को एक नई गुणवत्तापूर्ण ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए एक संयुक्त दस्तावेज की रूपरेखा तैयार की है। रक्षा सहयोग भारत और रूस के बीच कार्यनीतिक साझीदारी का एक महत्त्वपूर्ण स्तंभ है। रूस,भारत की रक्षा जरूरतों का भरोसेमंद तथा अपरिहार्य साझीदार बना रहेगा। भारत संयुक्त उत्पादन,अनुसंधान तथा विकास और उसके प्रतिफलों में भारत के रक्षा सेक्टर में रूस की सहभागिता का स्वागत करता है। द्विपक्षीय संबंधों के आर्थिक आयामों में व्यापक अप्रयुक्त संभावनाएं मौजूद हैं। रूस के साथ व्यापार और आर्थिक सहयोग का विस्तार भारत के लिए प्राथमिकता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र संघ सुरक्षा परिषद में भारत की स्थाई सदस्यता के लिए रूस के समर्थन की सराहना करता है तथा दोनों देशों को इस दिशा में प्रगति के लिए मिलकर काम करना चाहिए। भारत बहुपक्षीय निर्यात नियंत्रण तंत्र में भारत की सदस्यता के लिए रूस के समर्थन के लिए भी आभारी है।
रूसी राष्ट्रपति ने राष्ट्रपति मुखर्जी से कहा कि उनकी यात्रा सफल और सार्थक रही है। दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध अच्छी तरह विकसित हो रहे हैं। उन्होंने राष्ट्रपति जी से सहमति व्यक्त की कि दोनों देश व्यापार में और अधिक बेहतर प्रगति कर सकते हैं और कहा कि रूस को ऊर्जा तथा रक्षा सहित विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाकर खुशी होगी।
राष्ट्रपति पुतिन ने राष्ट्रपति को उनके 79वें जन्मदिवस की बधाई दी और उन्हें1930 में रवीन्द्र नाथ टैगोर की यात्रा से जुड़े चित्रों और वृत्तचित्रों की प्रतियां भेंट की।
यह विज्ञप्ति 1450बजे जारी की गई