भारत के राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (13 जून, 2016) अकरा में भारतीय उद्योग परिसंघ, एसोसिएशन ऑफ घाना इंडस्ट्रीज तथा घाना चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री द्वारा आयोजित एक व्यापार मंच समारोह को संबोधित किया।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने कहा कि भारत-घाना संबंध राजनीतिक विचारधाराओं और भौगोलिक स्थान से ऊपर हो गए हैं। भारत सरकार को अनुदान और ऋण सहायता के माध्यम से घाना को मदद देकर प्रसन्नता हुई है। हमारा आर्थिक सहयोग सरकारी वित्त प्राप्त परियोजनाओं से आगे बढ़ाया जा सकता है। घाना सरकार तथा घाना निवेश संवर्धन परिषद जैसे संगठनों की सक्रिय भागीदारी से हम निवेश के लिए भारतीय निजी क्षेत्र हेतु व्यवहार्य परियोजनाओं की पहचान कर सकते हैं। भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियां अफ्रीका के अनेक देशों में सक्रिय और सफल हैं तथा घाना जैसे मित्र देश में आकर उन्हें और अधिक खुशी होगी। भारतीय निजी क्षेत्र घाना के शांत, सुरक्षित और स्थिर वातावरण जो किसी भी निवेशक के लिए अत्यंत आवश्यक है, की सराहना करता है। भारतीय निजी क्षेत्र वित्त पोषण क्षमता तथा समुचित प्रौद्योगिकियों से युक्त है। वह परस्पर लाभ के लिए साझीदारों के रूप में घाना के समकक्षों के साथ कार्य करने के लिए तत्पर हैं।
राष्ट्रपति ने कहा, ब्रांड इंडिया विकासशील और विकसित विश्व में आज एक विश्वसनीय नाम है। यह विश्वसनीय है क्योंकि यह मेजबान देशों के संसाधनों का मूल्य संवर्धन करता है; यह स्वागत योग्य है क्योंकि यह स्थानीय कंपनियों के साथ मिलकर कार्य करता है और आगे बढ़ता है; यह उपयुक्त प्रौद्योगिकियां लेकर आता है जो रोजगार पैदा करती हैं तथा जिनमें स्थानीय प्रतिभाओं को समाहित करने की अनुकूलता है; यह किसी भी प्रकार से विकास को बाधित किए बिना स्थानीय उद्योग को पुनः सशक्त और पुनः ऊर्जायुक्त करता है। यदि अनुकूल माहौल प्रदान किया जाए तो भारतीय सरकार साझे हित के प्रमुख क्षेत्रों और विषयों में घाना के साथ काम करने तथा घाना में और अधिक निवेश करने के लिए भारतीय निजी और सार्वजनिक उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के लिए तैयार है।
यह विज्ञप्ति 1850 बजे जारी की गई।