घाना गणराज्य के महामहिम राष्ट्रपति श्री जॉन दरामनी महामा ने कल (12 जून, 2016) अकरा में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी के सम्मान में राजभोज का आयोजन किया।
अपने राजभोज अभिभाषण में, राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि भारत-घाना का भाईचारा हमारी जनता की साझी आकांक्षा द्वारा पोषित तथा हमारे संस्थापकों की संकल्पना द्वारा निर्देशित हमारे समान अनुभवों में स्थापित है। भारत सदैव घाना की समृद्धि की ओर इसकी प्रगति में सहयोग का हाथ बढ़ाता रहेगा। घाना सदैव भारत की मैत्री और सहयोग पर भरो कर सकता है। भारत को घाना की आवश्यकतानुसार सभी क्षेत्रों में सहायता और सहयोग देकर प्रसन्नता होगी।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और घाना के द्विपक्षीय संबंध वर्षों के दौरान विस्तृत और घनिष्ठ हुए हैं। भारत सरकार तथा भारतीय कारपोरेट जगत घाना अर्थव्यवस्था की प्रचुर क्षमता को जानता है। भारतीय कंपनियों को, यदि सही अवसर प्रदान किए जाएं तो घाना में निवेश करके प्रसन्नता होगी। हम अपने आपसी लाभ के लिए अपने सहयोग की पूरी क्षमता को साकार करने के लिए कार्य करते रहने की उम्मीद करते हैं।
यह विज्ञप्ति 1240 बजे जारी की गई