रेलवे सुरक्षा बल के परिवीक्षाधीनों ने आज (14 जून, 2017) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
इस अवसर पर राष्ट्रपति ने एक अत्यंत कठिन प्रतियोगी परीक्षा को उत्तीर्ण करने और स्वयं को जनसेवा के प्रति समर्पित करने के लिए परिवीक्षाधीनों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह संतोष का विषय है कि प्रतिष्ठित संस्थानों से उच्च योग्यता प्राप्त करने के बाद उन्होंने भारत के लोगों की सेवा करने का निर्णय किया।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय रेल विश्व का एक विशालतम रेल नेटवर्क है। उन्होंने कहा कि रेल सुरक्षा बल में परिवीक्षाधीनों ने जो जीवनवृत चुना है वह न केवल बहुत चुनौतिपूर्ण है बल्कि उन्हें रेलवे के विशाल ढांचे के अंतर्गत यात्रियों की सुरक्षा और हिफाजत के नवान्वेषी तरीके विकसित करने के भी असीम अवसर प्राप्त होंगे। उन्होंने उनसे यह याद रखने का आग्रह किया कि रेलवे संपत्ति की रक्षा करते हुए और यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए रेल अधिकारियों ने न केवल एक बहुत महत्वपूर्ण जन सुविधा सेवा प्रदान की है बल्कि विविधतापूर्ण राष्ट्र के विभिन्न भागों को एकताबद्ध और सूत्रबद्ध भी किया है। उन्होंने कहा कि रेलवे को अर्थव्यवस्था की जीवन रेखा कहा जा सकता है। सामान, सेवाओं और यात्रियों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है और देश के लोगों को एकजुट करता है।
यह विज्ञप्ति 1615 बजे जारी की गई।