भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने कल (13 अक्तूबर, 2015) को येरुशलम में भारतीय नागरिकों तथा भारतीय मूल के इजराइली नागरिकों के लिए इजराइल में भारत के राजदूत श्री जयदीप सरकार द्वारा आयोजित एक स्वागत समारोह में भाग लिया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने भारतीय समुदाय को यहां सहज और महत्त्वपूर्ण अनुभव करवाने के लिए इजराइल की जनता का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि भारत और इजराइल एक फलदार वृक्ष की दो शाखाओं की भांति प्राचीन सभ्यताओं वाले दो देश हैं। भारत आने वाले वर्षों में हमारी जनता के बीच मैत्री और सहयोग को सुदृढ़ बनाने की उम्मीद करता है।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत ने सदैव इजराइल को एक महत्त्वपूर्ण साझीदार माना है। वास्तव में, भारत के लिए पूरा पश्चिम एशिया और खाड़ी सदैव एक प्राथमिकता रहे हैं। इस क्षेत्र के देश ऊर्जा, हाइड्रोकार्बन और खनिज क्षेत्र में भारत के प्रमुख साझीदार हैं। हमें उनकी ओर विशेष ध्यान देते रहना है तथा हम परस्पर फायदे के लिए इनके साथ घनिष्ठ सहयोग और सुदृढ़ साझीदारी चाहते रहेंगे।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय यहूदी समुदाय ने भारत और इजराइल दोनों में अपनी उपलब्धियों के जरिए स्वयं को विशेष बना लिया है। उन्होंने मुंबई में कारोबार, शिक्षा और साहित्य के क्षेत्र में अग्रणी के रूप में योगदान दिया है। कोलकाता में, मैगेन डेविड सिनागॉग तथा यहूदी कन्या विद्यालय ऐतिहासिक स्थान हैं।
यह विज्ञप्ति 1000 बजे जारी की गई।