भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (14 नवम्बर, 2015) नई दिल्ली में 35वें भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर, राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला 2015 शांति और समृद्धि में वृद्धि हेतु व्यापार रिश्तों में साझी रुचि रखने वाले विश्व समुदाय के लिए एक आदर्श मंच प्रदान करता है। समावेशी आर्थिक विकास और सामाजिक प्रगति के भारत के प्रयासों ने बहुत से विकासशील देशों का मार्ग प्रशस्त किया है। यह भारत के लिए सुनहरे अवसरों का दौर है। भारत सरकार की अनेक नवीनतम पहल ने परिणाम दर्शाने शुरू कर दिए हैं तथा उन्होंने प्रमुख क्षेत्रों पर सकारात्मक प्रभाव पैदा किया है। भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले ने सरकार, उद्योग और दस्तकारों, शिल्पकारों तथा बुनकरों के बीच सहयोग के माध्यम से भारत की सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण, परिरक्षण और प्रोत्साहन के प्रयास किए हैं। भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन ने इस वर्ष दर्शकों के लिए सुविधाएं सुधारने की कई पहल की हैं। उन्होंने उन्नत आधारभूत ढांचे और सुविधाओं के साथ मेले का आयोजन करने के लिए भारतीय व्यापार संवर्धन संगठन और इसकी सहयोगी एजेंसियों की सराहना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि वह दक्षेस क्षेत्र की कम्पनियों की भरपूर भागीदारी से विशेष रूप से प्रसन्न हैं। हमारे दक्षिण एशियाई पड़ोसी ‘प्रथम पड़ोस’ नीति के अनुसार हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। इस संदर्भ में, उन्होंने कहा कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले 2015में ‘साझीदार देश’ के रूप में, अफगानिस्तान तथा ‘प्रमुख देश’ के रूप में बांग्लादेश को देखना सुखद है। उन्होंने कहा कि भारतीय अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला अपने आप में एक ब्रांड नाम है और इसकी ख्याति विश्वव्यापी है। व्यापार और उद्योग का वार्षिक आयोजन का लक्ष्य शेष विश्व के साथ हमारे द्विपक्षीय सम्बन्धों को घनिष्ठ बनाना है। विदेशी सम्बन्धों के विषय में, भारत सरकार ने पड़ोसी और विश्व के मित्र देशों के साथ अपने रिश्तों को प्रगाढ़ बनाया है।
यह विज्ञप्ति 1320 बजे जारी की गई।