बांग्लादेश की राष्ट्रीय संसद (जातीय संसद) की अध्यक्षा, डॉ शिरीन शरमिन चौधरी ने कल (14 फरवरी, 2014) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
राष्ट्रपति ने अध्यक्षा को दूसरे कार्यकाल के लिए इस महत्वपूर्ण पद का पदभार संभालने के लिए बधाई दी तथा कहा कि भारत बांग्लादेश के साथ अपने रिश्तों को अत्यधिक महत्व देता है। एक लोकतांत्रिक, स्थिर तथा समृद्ध बांग्लादेश भारत के हित में है। दोनों देशों की भौगोलिक तथा आर्थिक अनुपूरकताओं का, भारत और बांग्लादेश में लोगों के जीवन में सुधार हेतु परस्पर लाभ के लिए उपयोग किया जा सकता है। भारत बांग्लादेश के आर्थिक विकास में साझीदार बनने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
राष्ट्रपति जी ने मार्च 2013 की अपनी बांग्लादेश यात्रा का मधुर-स्मरण किया। उन्होंने कहा कि दोनों देशों को सहयोग के सभी क्षेत्रों में मौजूदा गति को बनाए रखते हुए इसे और तेज करना होगा। राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और बांग्लादेश ने दोनों देशों के सांसदों के बीच सहयोग को सुदृढ़ करने के लिए संसदीय मैत्री समूहों का गठन किया है। आदान-प्रदान के माध्यम से अधिक संपर्क को बढ़ावा देने के लिए कार्यक्रम शुरू करने की जरूरत है। इन दो संसदों के बीच लगातार आदान-प्रदानों से दोनों देशों के बीच जीवंत तथा ऊर्जाशील रिश्तों में और अधिक उपयोगी आयाम जुड़ेगा।
डॉ. चौधरी ने गर्मजोशी से राष्ट्रपति जी के द्वारा व्यक्त भावना का प्रत्युत्तर देते हुए कहा कि बांग्लादेश भारत द्वारा प्रदान किए गए सहयोग के लिए इसका कृतज्ञ है।
यह विज्ञप्ति 1405 बजे जारी की गई।