भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी ने 7 से 15 जुलाई, 2012 तक अंताल्या, तुर्की में आयोजित 33वें विश्व चिकित्सा और स्वास्थ्य खेलों में सात पदक (दो स्वर्ण पदक और पांच रजत पदक) जीतने पर मेजर डॉ. सुरेन्द्र पूनिया, वीएसएम को 6 अक्तूबर, 2012 को राष्ट्रपति भवन में सम्मानित किया।
मेजर पूनिया ने पावर लिफ्टिंग और 800 मीटर दौड़ में दो स्वर्ण पदक तथा 400 मीटर दौड़, 1500 मीटर दौड़, 5000 मीटर दौड़, क्रॉस कंट्री दौड़ और पेंटाथलोन में पांच रजत पदक जीते।
मेजर सुरेन्द्र पूनिया राष्ट्रपति अंगरक्षक के चिकित्सा अधिकारी के रूप में कार्यरत हैं। मेजर पूनिया ने तीसरी बार इस अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में पदक जीते हैं। गत वर्ष मेजर सुरेन्द्र पूनिया ने लास पामास, स्पेन में आयोजित विश्व प्रतियोगिता में भाग लिया था तथा दो स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य पदक जीते। 47 देशों के 2300 से ज्यादा खिलाड़ियों ने अंताल्या, तुर्की में 22 ओलंपिक खेलों में भाग लिया।
इस वर्ष मेजर पूनिया को वर्ष 2011 में खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा विशिष्ट सेवा मेडल द्वारा सम्मानित किया। वह प्रशिक्षित पैराट्रूपर (123 जम्प) भी हैं और जम्मू और कश्मीर तथा जोधपुर में पैरा स्पेशल बल में कार्यरत रहे हैं।
मेजर पूनिया राजस्थान के सीकर जिले एक छोटे से गांव राजपुरा से हैं। उन्होंने सीकर के जवाहर नवोदय विद्यालय, पाटन में अध्ययन किया और बाद में एमबीबीएस डिग्री के लिए सशस्त्र बल चिकित्सा कॉलेज पुणे गए।
यह विज्ञप्ति 1515 बजे जारी की गई