भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (16 मार्च, 2013) अलप्पुझा में टी डी मेडिकल कॉलेज के स्वर्ण जयंती समारोह का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि किसी भी देश की खुशहाली उसकी जनता की खुशहाली पर निर्भर है। जब तक जनता का स्वास्थ्य सुनिश्चित नहीं होता, तब तक देश के एक उत्पादक संसाधन का पूरी तरह उपयोग नहीं हो सकता। मजबूत स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली तीन स्तंभों पर निर्भर होती है, और वे हैं उपलब्धता, गुणवत्ता तथा वहनीयता। राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन को 2005 में, स्वास्थ्य सेक्टर के इन्हीं मापदंडों के समाधान के लिए शुरू किया गया था।
राष्ट्रपति ने कहा कि स्वास्थ्य देखभाल सेक्टर में हुई प्रगति के बावजूद हमें अभी बहुत लंबी यात्रा करनी है। देश में सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवा की पहुंच सीमित है। हमारी जनता में से बहुत से लोग स्वास्थ्य सेवाओं के लिए निजी सेक्टर पर निर्भर हैं। गरीब लोगों को महंगा इलाज लेना बहुत भारी पड़ता है तथा इसके कारण बहुत से लोग कर्ज के जाल में फंस जाते हैं। कुछ स्वास्थ्य सेवा प्रदाताओं द्वारा दी जा रही स्वास्थ्य सेवा देखभाल की गुणवत्ता में भी बहुत सुधार की जरूरत है। हमें अच्छी गुणवत्ता की वहनीय सार्वजनिक स्वास्थ्य सुविधा प्रदान करके इस स्थिति को ठीक करना होगा।
यह विज्ञप्ति 1645 बजे जारी की गई