भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने 17 मई 2015 को ‘अपना रक्तचाप जानें’ विषय पर विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मना रहे डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल, नई दिल्ली के स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा एवं अनुसंधान संस्थान को अपने संदेश में कहा है:-
‘‘मनुष्य की खुशहाली की एक विशेषता के रूप में अच्छा स्वास्थ्य मानव की किसी भी अन्य दौलत से पहले है। बहुत वर्षों पूर्व, भगवान बुद्ध ने कहा था, ‘अपने शरीर को स्वस्थ बनाए रखना कर्तव्य है... अन्यथा हम अपने मन को मजबूत और स्वच्छ नहीं रख पाएंगे’। स्वस्थ जनता किसी भी देश की प्रगति का सच्चा प्रतिबिंब होती है।
उच्च रक्तचाप लाखों भारतीयों को प्रभावित करता है। इससे हृदय का आघात, हृदय का काम न करना, गुर्दों का काम न करना, मस्ष्किघात तथा स्मरण-विलुप्तता आदि बीमारियां हो सकती हैं। एक आकलन के अनुसार, उच्च रक्तचाप के कारण हर साल 1.1 मिलियन मौतें होती हैं जो कि भारत में होने वाली सभी मौतों का 11 प्रतिशत है। मस्तिष्काघात
विश्व उच्च रक्तचाप दिवस,जनता को उच्च रक्तचाप की रोकथाम तथा उसके उपचार के बारे में बताने के लिए एक महत्वपूर्ण दिवस है। इस बीमारी के समाधान में उपयुक्त शिक्षा तथा जागरूकता प्रमुख उपाय है। मुझे विश्वास है कि स्नातकोत्तर चिकित्सा शिक्षा अनुसंधान संस्थान, डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल की यह पहल इस बीमारी पर नियंत्रण तथा उसकी रोकथाम की जरूरत के बारे में जनता को शिक्षित करने में उपयोगी सिद्ध होगी।’’
यह विज्ञप्ति 1300 बजे जारी की गई।