श्री रियुवेन रिवलिन, इजराइल के राष्ट्रपति ने आज (14 अक्तूबर, 2015) येरूशलम में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के सम्मान में राजभोज आयोजित किया।
अपने राजभोज अभिभाषण में, राष्ट्रपति मुखर्जी ने कहा कि हमारे सम्मुख 21वीं शताब्दी की चुनौतियां तेजी से पैदा हो रही हैं। हमारी भावी पीढ़ियों को उग्रवाद का वैश्वीकरण, जलवायु परिवर्तन का भीषण प्रभाव तथा जल की कमी सहित ऐसी अनेक चुनौतियों से निपटना होगा। सरकारें अपनी जनता की बढ़ती आकांक्षाओं को पूरा करने के लिए भारी दबाव में होंगी। लोकतंत्रों को अपने सामाजिक ढांचे की बढ़ती विविधता और बहुलता की आवश्यकताओं के प्रति सक्रिय होना होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को अब मानव के सम्मुख जटिल मुद्दों के समाधान हेतु सहिष्णुता और सद्भावना पैदा करने के लिए मिलकर बुद्धिमतापूर्वक मिलकर कार्य करना चाहिए।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और इजराइल के द्विपक्षीय संबंध आशाजनक हैं। हमारे संबंधों के सामान्य होने के बीस वर्ष के दौरान हमने एक-दूसरे से कारोबार करना सीख लिया है और एक प्रमुख द्विपक्षीय कार्यसूची तैयार कर ली है। हमारे लिए अपने आर्थिक सहयोग को और सुदृढ़ करने तथा विज्ञान और प्रौद्योगिकी में अपने सहयोग को गहन बनाने का यह अनुकूल समय है। हम मानते हैं कि मजबूत शैक्षिक आदान-प्रदान से उन्नत प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में लाभकारी साझीदारी निर्मित करने में मदद मिलेगी।
यह विज्ञप्ति2140 बजे जारी की गई।