अपने संदेश में राष्ट्रपति ने कहा कि ‘‘मुझे आपके 99वें जन्मदिवस पर अपनी हार्दिक बधाई तथा शुभकामनाएं देते हुए बहुत प्रसन्नता हो रही है। इस विशेष अवसर पर मैं आपको, देश तथा इसकी जनता के लिए आपके असाधारण योगदान के लिए धन्यवाद देना चाहूंगा। उच्चतम न्यायालय में एक विशिष्ट न्यायविद् के रूप में आपने कानून को सामाजिक इंजीनियरिंग तथा सामाजिक बदलाव का साधन बनाया तथा न्याय को वंचितों तथा कमजोरों सहित सभी के लिए प्राप्य बनाया। आपने संविधान निर्माताओं तथा भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के संस्थापकों की परिकल्पना की गहरी समझ दशाई। आपने ऐसी न्याय प्रणाली का विकास किया जो अपने समय से आगे थी और जिसने भारतीय विधि प्रणाली के लिए एक मजबूत आधारशिला तैयार करने में योगदान दिया। उच्चतम् न्यायालय में आपकी महत्त्वपूर्ण कार्यावधि के दौरान जनहित याचिका तथा सामाजिक कार्यवाही विधिप्रणाली का विकास हुआ था।
यद्यपि आप 25 वर्ष से अधिक समय पहले न्यायालय से सेवानिवृत्त हो चुके थे परंतु आप सिविल सोसाइटी की एक सशक्त आवाज तथा भारत के एक जागरूक व्यक्तित्व के रूप में प्रेरणादायक योगदान देते आ रहे हैं। मैं यह कामना तथा प्रार्थना करता हूं कि आपका स्वास्थ्य अच्छा बना रहे तथा आप ऐसी आवाज बने रहें जो सच्चाई और न्याय की दिशा में सभी को शिक्षित करे, सशक्त करे और प्रेरणा दे।’’
यह विज्ञप्ति 1210 बजे जारी की गई।