भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी ने आज (17 फरवरी 2014) राष्ट्रपति संपदा में सीवेज उपचार संयंत्र की आधारशिला रखी तथा झेलम आवासीय परिसर का उद्घाटन किया।
इस सीवेज उपचार संयंत्र के लिए भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, दिल्ली को तकनीकी परामर्शदाता नियुक्त किया गया है। यह संयंत्र जल आपूर्ति, खासकर बागवानी के लिए, की जरूरतों को पूरा करने के लिए, इन्टॉच द्वारा व्यापक संरक्षण प्रबंधन योजना की सिफारिशों के अनुरूप है। इस सीवेज उपचार संयंत्र में 20 लाख लीटर अपशिष्ट जल उपचार की क्षमता है।
राष्ट्रपति संपदा में एनडीएमसी तथा अन्य स्रोतों से कुल 25 लाख लीटर जल की आपूर्ति होती है इसमें से 80 प्रतिशत अपशिष्ट होकर निकलता है जिसे उपचार करके संपदा में बागवानी के लिए प्रयोग किया जाएगा। इस परियोजना के छह माह के अंदर पूरा होने की अपेक्षा है।
झेलम नदी के नाम पर नव-निर्मित ‘झेलम आवासीय परिसर’ राष्ट्रपति भवन के कर्मचारियों के लिए है। यह परिसर शहरी विकास मंत्रालय द्वारा निर्धारित हरित भवन मापदंडों के पूर्णत: अनुरूप है। ये आवास राष्ट्रपति संपदा की पुन: विकास योजना के तहत निर्मित किए जा रहे हैं।
यह विज्ञप्ति 1810 बजे जारी की गई।