रिटायर्ड माननीय पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, नेपाल के प्रधान मंत्री ने कल (16सितंबर, 2016) राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति,श्री प्रणब मुखर्जी से भेंट की।
प्रधान मंत्री प्रचंड का स्वागत करते हुए राष्ट्रपति ने उन्हें नेपाल के प्रधान मंत्री के रूप में चुने जाने के लिए मुबारकबाद दी। उन्होंने उनके प्रधानमंत्री के रूप में विदेश की प्रथम यात्रा के लिए भारत का चयन करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने इस बात पर भी खुशी व्यक्त की कि नेपाली प्रधानमंत्री राष्ट्रपति भवन में ठहरे हुए हैं।
राष्ट्रपति ने कहा कि, ‘प्रधान मंत्री प्रचंड ने नेपाल के इतिहास में एक महत्वूपर्ण समय में कार्यभार संभाला है। भारत ने नेपाल में शांति लाने के लिए उनके द्वारा किए गए भारी योगदान की आधिकारिक रूप से प्रशंसा की। राष्ट्रपति ने कहा कि शांति प्रक्रिया पूरी करने और राजनीतिक पद्धति की स्थापना करने के लिए यह आवश्यक है जो नेपाल के समाज के सभी वर्गों के राजनीतिक और आर्थिक हितों का ध्यान रखती है। उन्होंने प्रधानमंत्री प्रचंड को राष्ट्रीय सामंजस्य और सुलह में संवर्द्धन करने के उनके प्रयासों में हर प्रकार से सफलता की कामना की।
राष्ट्रपति ने कहा कि भारत नेपाल के साथ उसके ऐतिहासिक और पारंपरिक निकट संबंधों का बहुत सम्मान करता है। भारत को उम्मीद है कि प्रधानमंत्री प्रचंड की सरकार दोनों देशों के बीच लंबे समय से चले आ रहे संबंधों को और अधिक सुदृढ़ करेगी। उन्होंने दोहराया कि भारत की रुचि नेपाल में शांति स्थिरता और खुशहाली बनाए रखने में है। भारत के पास नेपाल के लिए सौहार्द के अतिरिक्त कुछ नहीं है।’
यह विज्ञप्ति0900 बजे जारी की गई।