भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रोन्नत राज्य सिविल सेवा अधिकारियों के 112वें प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे 36 अधिकारियों के एक समूह ने आज राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। ये अधिकारी वर्तमान में लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासन अकादमी, मसूरी में दो माह के प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।
राष्ट्रपति ने भारतीय प्रशासनिक सेवा में प्रोन्नति पर सभी प्रशिक्षण अधिकारियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि अपनी सेवा के एक अन्य दौर में प्रवेश करने के बाद, उन्हें विभिन्न मुद्दों पर अपने परिप्रेक्ष्य और नजरिए को व्यापक बनाना होगा। उन्होंने कहा कि यह प्रवेश पाठ्यक्रम उन्हें विभिन्न राज्यों के अनुभवों और प्रशासनिक तरीकों का आदान-प्रदान करने और र्स्वोत्तम तरीके अपनाने में मदद करेगा। राष्ट्रपति ने कहा कि शासन की अवधारणा तथा प्रशासन की शैली और आयाम वर्षों के दौरान काफी बदल गया है। जनता की बढ़ती हुई उम्मीदों के मद्देनज़र सिविल सेवकों को भारी दायित्व उठाने होंगे
राष्ट्रपति ने अधिकारियों को सफलता की शुभकामना दी और कहा कि उन्हें विश्वास है कि वे समाज और देश में अपनी पूरी क्षमता से योगदान करेंगे।
प्रवेश प्रशिक्षण कार्यक्रम का लक्ष्य अधिकारियों को शासन व प्रशासन पर अखिल भारतीय परिप्रेक्ष्य प्रदान करना और उनमें राज्य और केन्द्र सरकार के विभिन्न श्रेणियों के आगामी स्तर पर कार्य करने की जागरुकता और दायित्व का बोध करवाना है।
यह विज्ञप्ति 1330 बजे जारी की गई