भारतीय राजस्व सेवा के 66वें बैच के अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों ने आज (18 मार्च, 2013) राष्ट्रपति भवन में भारत के राष्ट्रपति, श्री प्रणब मुखर्जी से मुलाकात की। ये अधिकारी इस समय राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी, नागपुर में प्रवेशकालीन प्रशिक्षण कार्यक्रम में 16 महीने का प्रशिक्षण ले रहे हैं।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था के ढांचागत बदलाव तथा विश्व अर्थव्यवस्था के साथ इसके एकीकरण से, कर प्रशासन के सामने नई चुनौतियां आई है। उन्होंने अधिकारी प्रशिक्षणार्थियों को सलाह दी कि इन जटिल चुनौतियों का सामना करने के लिए, उन्हें घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय व्यापार कानूनों में माहिर बनना होगा। उन्होंने सलाह दी कि वे घरेलू तथा अंतरराष्ट्रीय कानूनों में होने वाले बदलावों से खुद को निरंतर अद्यतन रखें।
राष्ट्रपति ने कहा कि सुशासन देश के विकास की कुंजी है और समावेशी विकास, निर्धनता उन्मूलन, जनता का सशक्तीकरण तथा एक न्यायपूर्ण समाज का निर्माण, कुछ ऐसी चुनौतियां हैं जिनका समाधान जरूरी है।
भारतीय राजस्व सेवा के 66वें बैच के अधिकारी, जिसमें शहरी और ग्रामीण दोनों ही पृष्ठभूमि के व्यक्ति हैं, 19 राज्यों तथा 1 संघ क्षेत्र से हैं। इस बैच में 105 अधिकारी हैं जिसमें से 29 महिलाएं है।
यह विज्ञप्ति 1330 बजे जारी की गई