भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी आज (18 अगस्त, 2012) राष्ट्रपति भवन में लंदन ओलंपिक में भाग लेने वाले भारतीय दल से मिले।
इस अवसर पर बोलते हुए, राष्ट्रपति ने देश में खेल सुविधाओं के निर्माण, जमीनी स्तर की प्रतिभाओं के प्रोत्साहन और खेल संस्कृति को बढ़ावा देने का आह्वान किया। पदक विजेताओं की सराहना करते हुए, राष्ट्रपति ने कहा कि जो पदक नहीं जीत पाए, उन्होंने भी भारत के लिए सर्वोत्तम प्रदर्शन किया है और भारत को समूचे दल पर गौरव है। तथापि 1 अरब 20 करोड़ लोगों के राष्ट्र को और बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए। भारत 55 से ऊंचे स्थान के योग्य है। यदि हम लक्ष्य पर ध्यान दें तो भारत विश्व के अग्रणी खेल राष्ट्रों में शामिल हो सकता है। भारत लंदन में प्राप्त उपलब्धियों पर प्रसन्न है परंतु हमें इस अवसर पर, भारत में खेलों के भविष्य का निर्माण करने के लिए स्वयं को पुन: समर्पित कर देना होगा। आइए, आज से ही अगले ओलंपिक की तैयारी करें, ऊंचा लक्ष्य तय करें और स्वयं से कहें, ‘रियो हम आ रहे हैं।’
राष्ट्रपति ने लंदन ओलंपिक 2012 के छह पदक विजेताओं श्री सुशील कुमार, श्री विजय कुमार, श्री गगन नारंग, सुश्री साइना नेहवाल, सुश्री एम.सी. मैरी कोम और श्री योगेश्वर दत्त को स्मृति फलक भेंट किए।
इस अवसर पर, श्री अजय माकन, युवा मामले और खेल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार), प्रो. विजय कुमार मल्होत्रा, भारतीय ओलंपिक संघ के कार्यवाहक अध्यक्ष और सुश्री नीता चौधरी, सचिव (खेल), युवा मामले और खेल मंत्रालय, भारत सरकार उपस्थित थे।
यह विज्ञप्ति 1320 बजे जारी की गई