लद्दाख क्षेत्र के सुदूर गांवों और जम्मू और कश्मीर के बड़गाम जिले तथा असम के चिरंग जिले के बच्चों ने आज (19 सितंबर 2012) भारत के राष्ट्रपति श्री प्रणब मुखर्जी से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की।
बच्चे भारतीय सेना द्वारा आयोजित सद्भावना अभियान के तहत दिल्ली की यात्रा कर रहे थे। इस कार्यक्रम के अन्तर्गत अशांत क्षेत्रों के युवाओं को देश के विभिन्न भागों की यात्रा करवाई जाती है और शेष भारत का परिचय दिया जाता है। कार्यक्रम का उद्देश्य इन क्षेत्रों की नई पीढ़ी के बीच राष्ट्रवाद और देशप्रेम की भावना को प्रबल करना है।
भारत के राष्ट्रपति ने इस अवसर पर बोलते हुए जम्मू और कश्मीर तथा असम के युवाओं को शेष भारत का परिचय देने की नवान्वेषी पहल के लिए सेना को बधाई दी। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि इन क्षेत्रों के लोग बाकी देश के साथ जुड़ाव महसूस करें। भारत की विविधता और 5000 वर्ष पुरानी सभ्यता का उल्लेख करते हुए, उन्होंने विद्यार्थियों को बताया कि वह भारत में जहां भी जाते हैं उन्हें उदीयमान आधुनिक राष्ट्र के साथ मौजूद प्राचीन इतिहास और सभ्यता के दर्शन होते हैं। उन्होंने इस तथ्य का भी जिक्र किया कि भारत में हमारी सभ्यता के मूल में शांति तथा सौहार्द के साथ भिन्नता भी मौजूद है। उन्होंने युवाओं से कहा कि वह शांति, सौहार्द और मैत्री का सन्देश अपने गृह नगरों में ले जाएं और इन्हें देश भर में फैलाएं।
यह विज्ञप्ति 1925 बजे जारी की गई